भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद के सहयोग से 17-18 दिसंबर को जेबी महाजन डिग्री कालेज, चौरीचौरा में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में देशभर से शोधकर्ताओं, अध्यापकों एवं कलाकारों का संगम हुआ। अतिथियों का स्वागत प्राचार्य प्रो. मधुप कुमार ने किया। प्रो. आनंद कुमार द्वारा चौरीचौरा के शहीदों के परिजनों का सम्मान भी किया गया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में एसडीएम महाराजगंज, मदनमोहन वर्मा ने गांधीजी की आत्मकथा ‘सत्य के प्रयोग’ की सौ प्रतियां वितरित करवायीं। प्रो. प्रणय कृष्ण, प्रो. कमलानंद झा, प्रो. सूरज बहादुर थापा ने अपने व्याख्यान में स्वाधीनता आंदोलन के जनवादी स्वरूप को स्पष्ट किया। प्रो. कमलानंद झा ने अप्राप्त लोक साहित्य की जानकारी देते हुए उसे आजादी की विरासत बताया। प्रो. प्रणय कृष्ण ने 1857 के विद्रोह के लोक चरित्र को स्पष्ट करते हुए इसे आजादी की वह विरासत कहा, जिसकी मूल्यवत्ता की पहचान जरूरी है।
कार्यक्रम में अध्यक्ष और विशिष्ट अतिथि के रूप में महाविद्यालय के प्रबंधक ईश्वरचंद जायसवाल व रणविजय सिंह उपस्थित थे और अपने विचार भी व्यक्ति किये।
-स.ज. प्रतिनिधि