History

क्यों सँवारी है ये चन्दन की चिता मेरे लिए!

सावन कुमार टाक नौनिहाल फ़िल्म बना रहे थे। इसके क्लाइमेक्स वाले गाने में नेहरू जी की अंतिम यात्रा के फुटेज इस्तेमाल हुए थे। गाना था कैफ़ी आज़मी साहब का लिखा हुआ ‘मेरी आवाज़ सुनो’…, जिसमें नेहरू जी की वसीयत नज़्म थी। ये गाना नेहरू जी को खिराजे अक़ीदत था। बक़ौल सावन कुमार इतना बड़ा जनसमूह उन्होंने इससे पहले किसी अंतिम यात्रा में नहीं देखा था। न सामने, न फोटो में, न ख्वाबो ख़याल में।

जिस दिन गाने की रिकॉर्डिंग थी, स्टूडियो का माहौल बहुत भावुक था। कैफ़ी साहब ने बहुत डूबकर ये गाना लिखा था। रिहर्सल में पहले पहल उन्होंने इसे भरे गले से सुनाया भी था। सब लोग इसके असर में थे, इस क़दर कि रिकॉर्डिंग मुश्किल थी। रफ़ी साहब जब भी रेकॉर्डिंग शुरू करते तो इसे गाते गाते अचानक रो पड़ते और रिकॉर्डिंग रुक जाती। यह बार बार हो रहा था। कभी एक बंद, कभी दो बंद गाते… और बीच ही में उन्हें रुलाई आ जाती। रफ़ी साहब का रोता हुआ स्वर सबके सीनों में तीर-सा लग रहा था। संगीतकार मदन मोहन ज़ारो क़तार रो रहे थे।

सावन कुमार की आंखें भी बरस रहीं थी और किसी तरह जब ये लोग ख़ुद को संभाल पाते, तो ऑर्केस्ट्रा में से कोई न कोई अचानक फूटकर रो पड़ता था। हर बार रिकॉर्डिंग फिर से शुरू की जाती और इस तरह बहुतेरी कोशिशों के बाद ये गाना  हो पाया।

सावन कुमार के अनुसार वहां मौजूद हर आदमी नेहरू जी से आत्मा से जुड़ा था, ख़ुद को उनका ऋणी मानता था। सबके मन में उनके लिए सम्मान का एक सागर लहराता था। नेहरू जी हमारी क़ौम का गौरव थे। वो देश के सबसे बड़े नायक थे और उस दिन हम सबकी आंखें अपने नायक को श्रद्धांजलि दे रहीं थीं।

मेरी आवाज़ सुनो….!


नौनिहाल आते हैं अरथी को किनारे कर लो


मैं जहाँ था, इन्हें जाना है वहाँ से आगे
आसमाँ इनका, ज़मीं इनकी, ज़माना इनका!
हैं कई इनके जहाँ, मेरे जहाँ से आगे
इन्हें कलियां न कहो, हैं ये चमनसाज़ सुनो!

क्यों सँवारी है ये चन्दन की चिता मेरे लिए
मैं कोई जिस्म नहीं हूँ कि जलाओगे मुझे
राख के साथ बिखर जाऊंगा मैं दुनिया में

Co Editor Sarvodaya Jagat

Recent Posts

सर्वोदय जगत (16-31 अक्टूबर 2024)

Click here to Download Digital Copy of Sarvodaya Jagat

2 months ago

क्या इस साजिश में महादेव विद्रोही भी शामिल हैं?

इस सवाल का जवाब तलाशने के पहले राजघाट परिसर, वाराणसी के जमीन कब्जे के संदर्भ…

2 months ago

बनारस में अब सर्व सेवा संघ के मुख्य भवनों को ध्वस्त करने का खतरा

पिछले कुछ महीनों में बहुत तेजी से घटे घटनाक्रम के दौरान जहां सर्व सेवा संघ…

1 year ago

विकास के लिए शराबबंदी जरूरी शर्त

जनमन आजादी के आंदोलन के दौरान प्रमुख मुद्दों में से एक मुद्दा शराबबंदी भी था।…

2 years ago

डॉक्टर अंबेडकर सामाजिक नवजागरण के अग्रदूत थे

साहिबगंज में मनायी गयी 132 वीं जयंती जिला लोक समिति एवं जिला सर्वोदय मंडल कार्यालय…

2 years ago

सर्व सेवा संघ मुख्यालय में मनाई गई ज्योति बा फुले जयंती

कस्तूरबा को भी किया गया नमन सर्वोदय समाज के संयोजक प्रो सोमनाथ रोडे ने कहा…

2 years ago

This website uses cookies.