भारत का संविधान : महत्वपूर्ण तथ्य और तर्क यह किताब संविधान की पृष्ठभूमि और इसके निर्माण की प्रक्रिया को समझने के लिए हिंदी में एक जरूरी दस्तावेज की तरह है, जो महत्वपूर्ण तथ्यों के साथ-साथ संविधान के वजूद में आने के तर्कों को सटीकता के साथ प्रस्तुत करती है. सामाजिक […]
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परिव्राजक यीशु की देशनाएं विनोबा ने गीता, भागवत, धम्मपद, जपुजी, कुरआन आदि अनेक धर्मग्रंथों के नवनीत लिखे हैं। इसके पीछे उनका मन्तव्य दिलों को जोड़ने का रहा है। ख्रिस्त धर्म सार इसी योजना की अगली कड़ी है। इसमें विनोबा ने न्यू टेस्टामेंट का सार सर्वस्व लिखा है। प्रस्तुत है अगली […]
रोग के लक्षण को दवा द्वारा दबा देना ही आज का औषधोपचार है। शरीर में बार-बार दवा के प्रयोग से रोग व्याधियों का मंदिर बन जाता है और सारे रोग एक साथ मिलकर असाध्य बन जाते हैं। प्राकृतिक चिकित्सा दर्शन में मन, शरीर, आत्मा का घनिष्ठ संबंध माना गया है। […]
गांधीजी की हत्या के कुल छ: हफ्तों बाद सेवाग्राम में कुछ लोग एकत्र होकर अपने सूने दिलों और भटकते दिमागों के अंदर कुछ प्रश्नों का उत्तर ढूँढ़ते हैं। प्रश्न ये कि बापू तो गये, अब हमें क्या करना है? बापू के पास हम हिदायत लेने पहुंच जाते थे, अब वह […]
दोनों संगठनों से सम्बद्ध कुछ शीर्षस्थ नेताओं की एक बैठक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नागपुर स्थित प्रमुख कार्यालय में संघ के सरकार्यवाह बाबा साहब देवरस की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में सर्वोदय की ओर से जैनेन्द्र कुमार, अण्णा साहब सहस्रबुद्धे, ठाकुरदास बंग, आरके पाटिल, देवेन्द्र कुमार गुप्त आदि […]
गाँव-गाँव और नगर-नगर में यीशु का उपदेश विनोबा ने गीता, भागवत, धम्मपद, जपुजी, कुरआन आदि अनेक धर्मग्रंथों के नवनीत लिखे हैं। इसके पीछे उनका मन्तव्य दिलों को जोड़ने का रहा है। ख्रिस्त धर्म सार इसी योजना की अगली कड़ी है। इसमें विनोबा ने न्यू टेस्टामेंट का सार सर्वस्व लिखा है। […]
पाश्चात्य देशों में संगीत द्वारा रोग निवारण की दिशा में बहुत शोध कार्य हुआ है। ऐसे सूत्र ढूंढ़ निकाले गये हैं, जिनके सहारे विभिन्न स्वर प्रवाहों और वाद्य यंत्रों से विभिन्न रोगों की चिकित्सा की जाती है। संगीत को प्रायः मात्र मनोरंजन का साधन समझा जाता है। परंतु अब वैज्ञानिकों […]
विकासशील देशों को समुचित अनुकूलन प्रणाली विकसित कर जलवायु परिवर्तन के प्रति अपनी कृषि की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करने की नीतियां एवं योजनाएं बनानी प्रांरभ कर देनी चाहिए। मुक्त वैश्विक अर्थव्यवस्था एवं बाजार के विस्तार के कारण महत्त्वपूर्ण प्राकृतिक कृषि संसाधनों; जल, भूमि, मृदा, वन एवं जैव विविधता का […]
स्वास्थ्य यदि आपके शरीर के भीतर गंदगी है और रक्त अशुद्ध है, तो बाहर से कीमती प्रसाधनों से सौन्दर्य नहीं खिलता। यदि अंदर का रक्त शुद्ध-स्वच्छ है, तो रक्त की वह लालिमा हमारे मुख मंडल को ऐसे ही स्थाई रूप से लाल बना देगी। स्वस्थ व्यक्ति ही प्रकृति का सर्वश्रेष्ठ […]
यीशु वाणी विनोबा ने गीता, भागवत, धम्मपद, जपुजी, कुरआन आदि अनेक धर्मग्रंथों के नवनीत लिखे हैं। इसके पीछे उनका मन्तव्य दिलों को जोड़ने का रहा है। ख्रिस्त धर्म सार इसी योजना की अगली कड़ी है। इसमें विनोबा ने न्यू टेस्टामेंट का सार सर्वस्व लिखा है। प्रस्तुत है अगली कड़ी। व्याधि-निवारण […]