Sarvodaya Jagat

सभ्यताओं के बीच आपसी कोई संघर्ष नहीं!!

सभ्यताओं के सामने जो संघर्ष होते हैं, वे सभ्यता के संघर्ष नहीं होते. जब द्रविड़ और आर्य भारत में आकर…

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समाज में गांधी साहित्य का प्रसार हो

हम लोगों को प्रभावित करें या न करें, गांधी साहित्य लोगों को अवश्य प्रभावित करेगा. ऐसा मेरा अपना मानना है.…

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महत्वाकांक्षा अपने आप में एक हिंसक शब्द है

महत्वाकांक्षी हुए बिना भी स्वच्छ और प्रामाणिक जीवन जिया जा सकता है. महत्वाकांक्षा अपनेआप में एक हिंसक शब्द है. जिस…

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दुनिया की सबसे अच्छी व्यवस्था है सर्वोदय

स्वराज क्या है, इसे समझने से पहले यह समझना जरूरी है कि स्वराज क्या नहीं है. स्वराज क्या है, इसे…

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विकास के सामाजिक मूल्य का आकलन हो!

हम जो कुछ भी विकास के नाम पर करते हैं, उसका कोई न कोई सामाजिक मूल्य भी होता है. वह…

2 years ago

यह फासिज्म के दर्शन की तानाशाही है

आज और कल के चक्र को समझना होगा. आज के सवालों के जवाब हमारे पास होने चाहिए, उनसे लड़ने की…

2 years ago

पूँजीवाद का उपाय है ट्रस्टीशिप

पूंजीवाद से उपजी आर्थिक असमानता का उपाय, जो गाँधी बता रहे हैं, वह ट्रस्टीशिप और अपरिग्रह है. हिंसा के विषय…

2 years ago

विकास की अवधारणा में मनुष्य कहां है?

विनोबा कहते थे कि वे गांधी के कंधे पर बैठे हैं, इसलिए विनोबा और आगे तक देखते हैं. भूदान और…

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संविधान में सर्वोदय

अगर बुनियादी परिवर्तन के लिए काम करना हो, तो भारत के संविधान में ‘समाजवादी’ शब्द की जगह ‘सर्वोदय’ शब्द जोड़ने…

2 years ago

श्रद्धायुक्त पुरुषार्थ अनिवार्य

हम गांधी परिवार के लोग हैं, जो सामूहिकता से संधान में विश्वास रखते हैं. जब हम खुद से उठकर सबमें…

2 years ago

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