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कस्तूरबा गांधी को याद करते हुए!

मुझे ऐसा लगता है कि कस्तूरबा की ओर आकर्षित होने का मूल कारण उनकी खुद को मुझमें खो देने की…

2 years ago

सिमटते गांव बिखरते नाते

गांवों में लगने वाली चौपालों में कभी एक कप चाय पर बड़ी-बड़ी समस्याएं सुलझ जाती थीं, ज्यादातर विवादों का समाधान…

2 years ago

जनतंत्र और समानता के लिए लड़ने वाला योद्धा

चार्ली चैप्लिन इंसानों की नफरत ख़तम हो जाएगी, तानाशाह मर जायेंगे और जो शक्ति उन्होंने लोगों से छीनी, वह लोगों…

2 years ago

हिन्दू धर्म का एक विद्रोही बच्चा

बीआर आंबेडकर भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति केआर नारायणन ने महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और भीमराव अंबेडकर की विश्वदृष्टि का विश्लेषण…

2 years ago

डॉ. होमी जहांगीर भाभा का प्रकृति-प्रेम

उच्च पद पर विराजित किसी वैज्ञानिक का पेड़-पौधों के प्रति अगाध प्रेम का ऐसा उदाहरण शायद ही कहीं देखने को…

2 years ago

यमुना को बाजार में खड़ा कर दिया गया है

आज यमुना खुद अपनी प्यास नहीं बुझा सकती, ऐसी स्थिति बना दी गई है। यमुना प्यासी भी है, उदासी भी…

2 years ago

बोतलबंद इंडस्ट्री पर एक नजर

भारत में पेयजल स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित समझा जाने वाला बोतलबंद पानी एक मिथक ही है, क्योंकि बोतलबंद पानी जो…

2 years ago

परचुरे शास्त्री की सेवा और बापू की करुणा के कुछ ऐतिहासिक आख्यान

मानव-समाज ने अपने अज्ञान के कारण समाज के कई वर्गों पर हजारों साल तक अन्याय किया है, उनमें कुष्ठ रोगियों…

2 years ago

राष्ट्रभाषा के लिए राष्ट्रव्यापी जागरण के प्रणेता महात्मा गांधी

हमारे प्रगतिवादी विद्वान मार्क्स और एंजल से लेकर स्टालिन, माओ त्से तुंग आदि के साहित्य संबंधी विचार को तो उद्धृत…

2 years ago

व्यथित गांधी अब जीना नहीं चाहते थे

2 अक्टूबर 1947 को गांधी जी का 78 वां जन्म दिन था। गांधी जी ने कहा कि आज मेरे ह्रदय…

2 years ago

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