मुझे ऐसा लगता है कि कस्तूरबा की ओर आकर्षित होने का मूल कारण उनकी खुद को मुझमें खो देने की…
गांवों में लगने वाली चौपालों में कभी एक कप चाय पर बड़ी-बड़ी समस्याएं सुलझ जाती थीं, ज्यादातर विवादों का समाधान…
चार्ली चैप्लिन इंसानों की नफरत ख़तम हो जाएगी, तानाशाह मर जायेंगे और जो शक्ति उन्होंने लोगों से छीनी, वह लोगों…
बीआर आंबेडकर भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति केआर नारायणन ने महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और भीमराव अंबेडकर की विश्वदृष्टि का विश्लेषण…
उच्च पद पर विराजित किसी वैज्ञानिक का पेड़-पौधों के प्रति अगाध प्रेम का ऐसा उदाहरण शायद ही कहीं देखने को…
आज यमुना खुद अपनी प्यास नहीं बुझा सकती, ऐसी स्थिति बना दी गई है। यमुना प्यासी भी है, उदासी भी…
भारत में पेयजल स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित समझा जाने वाला बोतलबंद पानी एक मिथक ही है, क्योंकि बोतलबंद पानी जो…
मानव-समाज ने अपने अज्ञान के कारण समाज के कई वर्गों पर हजारों साल तक अन्याय किया है, उनमें कुष्ठ रोगियों…
हमारे प्रगतिवादी विद्वान मार्क्स और एंजल से लेकर स्टालिन, माओ त्से तुंग आदि के साहित्य संबंधी विचार को तो उद्धृत…
2 अक्टूबर 1947 को गांधी जी का 78 वां जन्म दिन था। गांधी जी ने कहा कि आज मेरे ह्रदय…
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