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चंपारण में गांधी की प्रतिमाओं पर हमले के खिलाफ केरल में प्रदर्शन

17 फरवरी 2022 को केरल में आयोजित प्रमुख गांधीवादी कार्यकर्ताओं की एक बैठक में भारत में जीवन के सभी क्षेत्रों, यहां तक कि शासन के दायरे में भी, गांधीवादी मूल्यों को मिटाने के लिए काम कर रही फासीवादी ताकतों के बढ़ते प्रभाव पर चिंता व्यक्त की गयी। बिहार के चंपारण में तीन स्थानों पर हाल ही में हुए हमलों और गांधी की प्रतिमाओं को तोड़े जाने के मद्देनजर गांधीवादी सामूहिक और राष्ट्रीय किसान महासंघ द्वारा यह बैठक बुलाई गई थी। हमारे देश में फासीवादी ताकतें और कॉरपोरेट हित साथ-साथ काम कर रहे हैं। सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने, ग्रामीण अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार और किसानों तथा श्रमिकों के जीवन की बेहतरी, पर्यावरण की सुरक्षा और अहिंसा पर आधारित आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तन और सच्चाई जैसे गांधीवादी मूल्य, फासीवादी और कॉर्पोरेट गठबंधन को पसंद नहीं हैं। यही कारण है कि वे गांधीवादी संस्थाओं को कुटिल तरीके से कमजोर करने, गांधीवादी प्रतीकों का अपमान करने और गांधी जी के हत्यारों का महिमामंडन करने की कोशिश कर रहे हैं। यही इस बैठक का निष्कर्ष था। बैठक में निर्णय लिया गया कि देश भर में फैल रहे इस तरह के रुझानों को अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. इस संबंध में व्यापक विरोध प्रदर्शन किया जाना चाहिए। ये लोग इस तथ्य से भयभीत हैं कि दिल्ली में हुए किसान आन्दोलन की सफलता इस बात का संकेत थी कि गांधी आज भी देश के आम लोगों को प्रभावित करने वाले बुनियादी मुद्दों पर उभरते संघर्षों के लिए ऊर्जा के स्रोत हैं। बैठक का निष्कर्ष था कि गांधी की मूर्तियों को नष्ट करने और गोडसे की प्रशंसा करने से इतिहास या लोगों के दिलों से गांधीवादी प्रतीकों को नहीं मिटाया जा सकता।

देश के विभिन्न हिस्सों में गांधीवादी स्मारकों के खिलाफ चल रहे हमलों के विरोध में केरल में 19 फरवरी 2022 से धरना शुरू करने का निर्णय लिया गया। बैठक ने केवी बीजू, डॉ. सिबी के जोसेफ और सनी पाइकड़ा को इस मुद्दे पर राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक गांधीवादी बिरादरी को मजबूत करने के लिए चर्चा करने हेतु अधिकृत किया। केजी जगदीशन, अधिवक्ता जॉन जोसेफ, डॉ. हरि लक्ष्मींद्रकुमार, मधु षणमुगम, एड. बिनॉय थॉमस, सी. सुनीलकुमार, जॉर्ज कुट्टी कडाप्लक्कल और शाजान जोसेफ ने चर्चा में भाग लिया।

गांधीवादी सामूहिक कोल्लम जिला समिति ने विभिन्न गांधीवादी संगठनों के सहयोग से, गांधी की प्रतिमाओं और विरासतों को तोड़-मरोड़कर गांधीवादी मूल्यों को बदनाम करने वाली गतिविधियों के खिलाफ 19 फरवरी 2022 को जिला मुख्यालय पर पहला धरना आयोजित किया। बैठक का उद्घाटन विधायक एम. नौशाद ने किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता गांधी पीस फाउंडेशन के प्रतिनिधि जीआर कृष्णकुमार ने की। विभिन्न गांधीवादी संगठनों के प्रतिनिधियों सुमनजीत मिशा, योहानन एंटनी, मेचेझुथु गिरीश कुमार, मंजुकुट्टन, एजे डिक्रूज, प्रो. पेट्रीसिया जॉन ने जनसभा को संबोधित किया। 21 फरवरी को पूरे राज्य में धरने का आयोजन करने का निर्णय भी हुआ। -सर्वोदय जगत डेस्क

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