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सुपौल पहुंची चम्पारण से शुरू हुई हल्ला बोल यात्रा

बिहार के हर जिले में राष्ट्रव्यापी आंदोलन की जमीन तैयार करना है उद्देश्य

देश में भीषण बेरोज़गारी और बढ़ती आत्महत्या के खिलाफ 16 अगस्त को चम्पारण से शुरू हुई ‘हल्लाबोल यात्रा’ 24 अगस्त को सुपौल पहुंच गयी। बिहार के सभी जिलों से होते हुए यात्रा का समापन 23 सितंबर को पटना में एक बड़े सम्मेलन के साथ होगा।

इस मौके पर कई ग्रामीणों और युवाओं ने इस देशव्यापी मुहिम को अपना समर्थन दिया। बेतिया, मोतिहारी, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सहरसा होते हुए सुपौल पहुंचने पर सुखपुर उच्च विद्यालय मैदान में आयोजित समारोह में यात्रा का स्वागत हुआ. सुखपुर से बाइक रैली के साथ यात्रा सुपौल के मिलन पैलेस पहुँची। बारह किलोमीटर की इस रैली में युवाओं की बढ़ चढ़कर भागीदारी देखी गयी। मार्च के दौरान यात्रा के और युवा आंदोलन के पक्ष में जमकर नारे लगाए गए।


‘हल्ला बोल यात्रा’ की शुरुआत 16 अगस्त को भितिहरवा स्थित गाँधी आश्रम से सादगी भरे एक कार्यक्रम से हुई थी। ज्ञात हो कि देश में बेरोज़गारी को राष्ट्रीय बहस का मुद्दा बनाने में ‘युवा हल्ला बोल’ के संस्थापक अनुपम की अहम भूमिका रही है। उल्लेखनीय है कि यात्रा के बेरोज़गारी संकट के समाधान के तौर पर ‘भारत रोज़गार संहिता’ का प्रस्ताव दिया गया है। मिलन मैरेज हॉल में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए अनुपम ने कहा कि बेरोज़गारी आज जीवन मरण का सवाल बन चुका है। भविष्य को लेकर युवाओं में अनिश्चितता और अंधकार इस कदर है कि हताशा बढ़ती जा रही है। बेरोज़गारी के कारण आत्महत्या की खबरें अब आम बात होती जा रही हैं। इस कारण युवाओं का सरकार से भरोसा उठता जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बोझा ढोने और ठेला चलाने के लिए बिहार के लोगों को हजारों किलोमीटर दूर बम्बई, दिल्ली जाना पड़ता है। बंद पड़ी चीनी, पेपर और जूट मिलों को पुनर्जीवित किया जाना चाहिए, ताकि दो वक्त की रोटी के लिए बिहार के लोगों को पलायन न करना पड़े।

राष्ट्रीय महासचिव व यात्रा प्रभारी प्रशांत ने कहा कि देश में किसानों के आत्महत्या की खबरें पहले खूब आया करती थी। अब भारी संख्या में बेरोज़गारी के कारण युवाओं में आत्महत्या की खबरें आ रही हैं। युवाओं की आत्महत्या देश में राजनीतिक बहस के केंद्र में होनी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकारों को कोई परवाह नहीं है। ऐसे में युवाओं को एकजुट होकर कहना पड़ेगा कि ‘आत्महत्या नहीं, आंदोलन होगा’।

सभा में अतिथि के तौर पर अनुपम के अलावा केंद्रीय नेतृत्व से अर्जुन मिश्रा, राष्ट्रीय महासचिव रजत यादव, कोशी प्रभारी सुनील यादव और राष्ट्रीय सचिव आकाश महतो भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन मुन्ना झा ने किया। सुपौल में ‘हल्ला बोल यात्रा’ से संबंधित कार्यक्रमों का संयोजन छात्र नेता ऋषि राज ने किया।

-प्रशांत कमल

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