Writers

स्व से स्वार्थी, स्व से स्वस्थ!

गीता का स्वभाव अध्यात्म है स्व महत्वपूर्ण है। स्व शब्द से एक सुन्दर शब्द बना स्वार्थी। बड़ा प्यारा शब्द है।…

2 years ago

सेंसेटिव लोगों की फजीहत है

सवाल गोहत्या बंदी का जनता गाय के नाम पर हिन्दू-मुस्लिम बनकर लड़ती रहे और कमजोर बनी रहे, इसी में राजनैतिक…

2 years ago

जीजी पारीख जो कहते हैं!

नए मनुष्य के निर्माण से ही नए समाज का निर्माण संभव है, लोगों के बीच जाना होगा, संघर्ष तो करना…

2 years ago

महात्मा के दुःख तो महात्मा ही जाने

बापू की कलम से काशी दर्शन काशी यात्रा पर मैंने एक व्याख्यान सुना था, तभी से मेरा काशी जाने का…

2 years ago

मन भर चर्चा ! कन भर अर्चा !!

गांधीजी की तीन सिखावनें गांधीजी ने जब कहा कि मेरा जीवन ही मेरा संदेश है, तब उन्होंने हमें यही समझाने…

2 years ago

तीन पौण्ड का नासूर

महात्मा गांधी अपनी आत्मकथा ‘सत्य के प्रयोग’ में लिखते हैं कि तीन पौण्ड का एक नासूर था, जबतक यह रद्द…

2 years ago

जलवायु परिवर्तन और खाद्य सुरक्षा का सवाल

विकासशील देशों को समुचित अनुकूलन प्रणाली विकसित कर जलवायु परिवर्तन के प्रति अपनी कृषि की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करने…

2 years ago

बापू! हमें माफ़ कर देना!

अगर गांधीवाद किसी गलत बात के लिए खड़ा है तो इसे ख़त्म कर दें। सत्य और अहिंसा कभी नष्ट नहीं…

2 years ago

एक दृढ़-इच्छाशक्ति वाली महिला

मणिबेन पटेल सरदार पटेल ही की भाँति गाँधीजी भी मुझसे कभी कुछ नहीं छिपाते थे। विश्वास करने में वे अपने…

2 years ago

बापू की हत्या पर लज्जित थे विनोबा !

सर्वोदय समाज के स्थापना सम्मेलन में फूटे उद्गार तो सन्न रह गयी सभा 30 जनवरी, 1948 को महात्मा गांधी की…

2 years ago

This website uses cookies.