सरकारी और संगठित क्षेत्र में बहुत सीमित रोज़गार है, इसलिए ज़रूरी है कि जो जहां पैदा हुआ, जहां उसका घर है,उसे वहीं उसके दर पर कोई सम्माजनक रोज़गार मिले। यह सम्भव है अगर हम अपनी राजनीतिक और आर्थिक व्यवस्था का विकेंद्रीकरण करें। अलग अलग भौगोलिक,आर्थिक, सांस्कृतिक क्षेत्र के अनुसार स्वायत्तशासी […]
पातंजलि योग सूत्र,योग दर्शन का मूल ग्रंथ है। षड् आस्तिक दर्शनों में योग दर्शन का मूल स्थान है। कालांतर में योग की नाना भाषाएं विकसित हुईं, जिन्होंने व्यापक रूप से साधना पद्धतियों पर प्रकाश डाला। चित्तवृत्ति निरोध को भी योग का अंग मानकर यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान […]
किसी विशिष्ट सत्कार्य को संपन्न करने के लिए इस पृथ्वी पर अवतरित होने वाले सभी महापुरुषों के जीवन के साथ कोई न कोई सांकेतिक अर्थ जुड़ा रहता है। भारतीय एकता की खातिर नाट्यमय रीति से हुई गांधी जी की मृत्यु ने प्रत्येक महाद्वीप में आपसी फूट और कलहों से विदीर्ण […]
शंकरगढ़ में टंडन वन क्षेत्र के 13 गांवों के 40 किसानों पर एफआईआर दर्ज करा दिया गया था। वन विभाग का आरोप था कि ये आदिवासी वन विभाग की जमीन पर खेती कर रहे हैं। मजबूर होकर आदिवासी किसानों ने शंकरगढ़ ब्लॉक परिसर में सत्याग्रह आंदोलन शुरू कर दिया। इस […]
सर्व सेवा संघ की राष्ट्रीय कार्यसमिति ने निर्णय लिया है कि वर्ष 2021 के लिए सर्व सेवा संघ का गांधी पुरस्कार असम की वरिष्ठ सर्वोदय कार्यकर्ता कुसुम बोरा मोकाशी को प्रदान किया जाएगा। इस निर्णय की घोषणा 22 जनवरी 2022 को सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चन्दन पाल ने महोबा […]
जिंदल समूह का प्रोजेक्ट ओड़िसा से तत्काल हटाने की मांग ओड़िसा के पारादीप के पास ढिंकिया, नुआगांव और गड़कुजंग पंचायतों के गांवों के लोग लंबे समय से जनविरोधी जिंदल परियोजना के विरोध में अपनी आजीविका तथा अपनी जमीन बचाने के लिए लोकतांत्रिक तरीके से संघर्ष कर रहे हैं। इससे पहले […]
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में परिचर्चा केवल विकास के रास्ते पर चलने का मतलब है विनाश, इसलिए विकास और विरासत को साथ लेकर जो सनातन विकास होगा, वही वास्तविक विकास है। सनातन का आशय है, जहां नित्य नूतन निर्माण होता हो। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गांधी अध्ययनपीठ में पुरातन […]
विनम्र श्रद्धांजलि 1990 से 2017 तक सेवाग्राम आश्रम में 27 साल अपनी समर्पित सेवा देने वाले हीरा भाई नहीं रहे. 7 जनवरी 2021 को भंडारा, महाराष्ट्र में उनका देहावसान हो गया. उन्होंने आजीवन साधक वृत्ति से आश्रम की चर्या अपनाई. सेवाग्राम आश्रम आने के बाद उन्होंने सिले हुए कपड़े पहनने […]
पटना में 18 जनवरी को सर्वोदय आंदोलन के नेता हरेकृष्ण ठाकुर एवं बिहार सर्वोदय मंडल के पूर्व अध्यक्ष त्रिभुवन नारायण सिंह की शोकसभा का आयोजन किया गया। दिवंगतों के चित्र पर माल्यार्पण कर उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।त्रिभुवन बाबू का निधन करीब 80 […]
विनम्र श्रद्धांजलि ओड़िशा की प्रमुख सर्वोदय नेत्री, पद्मश्री शांति देवी का बीती 16 जनवरी को दिल के दौरे के कारण स्वर्गवास हो गया। वे बालेश्वर जिले के एक देशभक्त रईस परिवार की बेटी थीं। उनके पिता राजेन्द्र मोहनदास ब्रिटिश सरकार की सेना में थे। स्वतंत्रता संग्राम के समर्थन में उन्होंने […]