अगर लोगों से जुड़ना है, तो हमें उनकी ज़िन्दगी से जुड़े सवालों से जुड़ना होगा। लोगों को ताक़त देने वाले कार्यक्रम सोचने होंगे, जैसे आज़ादी की लड़ाई में अस्पृश्यता निवारण, चरखा, गोसेवा, बुनियादी शिक्षा जैसे कार्यक्रम लिए गये थे। अगस्त का महीना भारतीय राजनीति के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। इसी […]

ज़रूरत है कि लोअर कोर्ट और हाईकोर्ट, सरकारों की बदनीयती, प्रतिशोध और दुश्चक्र को पहचान कर नागरिकों की रक्षा करें। हमें यह याद रखना चाहिए कि समाज की एकता और अखंडता के लिए न्याय एक अनिवार्य तत्व है, जिस राज्य और समाज में न्याय नहीं होगा, देर-सबेर उसका विखंडन निश्चित […]

सर्वोच्च अदालत ने न केवल दंगा पीड़ित जकिया एहसान जाफ़री की याचिका ख़ारिज कर दी, बल्कि उन लोगों को कठघरे में खड़ा करने के हुक्म दे दिया, जो याचिकाकर्ता के हमदर्द माने जाते हैं, यद्यपि वे न तो मामले के पक्षकार थे और न उनको दोषी करार देने से पहले […]

संविधान में मिली अभिव्यक्ति की आज़ादी तभी कारगर होगी, जब पत्रकारों को निर्भय होकर काम करने का मौक़ा मिले और ग़लत करने वालों के खिलाफ शिकायत का एक स्वतंत्र क़ानूनी फ़ोरम हो। हाल ही में एक टेलीविज़न डिबेट में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा इस्लाम के […]

भारत को एक-दो नहीं, लाखों सोनू चाहिए, जो जहां अवसर मिले, जन प्रतिनिधियों का कुर्ता खींचकर उनका ध्यान असली मुद्दों पर ले जायें, जो ब्यूरोक्रेसी को भी कह सकें कि योजनाओं का ईमानदारी से ज़मीन पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करें और जनता की शिकायतों की पेटी खुद अपने हाथ से खोलें […]

सरकार ने जो गाइडलाइन प्रस्तावित की है, उसमें व्यवस्था है कि ऐसे मामलों में कार्रवाई से पहले पुलिस अधीक्षक स्तर का एक अधिकारी मामले की जांच कर ले कि वास्तव में राजद्रोह का मामला बनता है या नहीं. लेकिन यह व्यावहारिक रूप में निरर्थक है. पुलिस अधीक्षक तो उसी सरकार […]

पुलिस के मुताबिक़ ग्यारह हिन्दू लड़कों ने मुसलमानों का वेश बनाकर अयोध्या की तीन प्रमुख मस्जिदों में जानवर का मांस, धर्मग्रंथ के फटे पन्ने और आपत्तिजनक पर्चे फेंके. इनकी ये आपराधिक हरकतें सीसीटीवी कैमरों में क़ैद हो गयीं, इसलिए पुलिस ने बहुत जल्दी ही षड्यंत्र का पर्दाफ़ाश करके सात आरोपियों […]

ज़रूरी है कि हम अपने पड़ोस, गांव और मोहल्ले में विभिन्न धर्मों और समुदायों के बीच शांतिपूर्ण सहअस्तित्व का महत्व समझायें और इसके अनुकूल माहौल बनायें, निगरानी समितियां बनायें और जो लोग भारत को पाकिस्तान की राह पर ले जाना चाहते हैं, उनके इरादों को जड़मूल से नष्ट करें. सुख […]

सरकार ने अब खादी के मर्म स्थान पर चोट की है. महात्मा गांधी के अपने सेवाग्राम आश्रम को एक नोटिस देकर कहा गया है कि सरकार से खादी मार्क का प्रमाणपत्र न लेने के कारण उनका उत्पादन अवैध यानि ग़ैरक़ानूनी है. संस्था को अपना उत्पादन और बिक्री बंद करने का […]

इस बात पर गहन मंथन होना चाहिए कि दूध न देने वाली गायों का लोगों के घरों में पालन- पोषण कैसे हो। हम खेती, सिंचाई, कटाई और मड़ाई किस तरह करें कि उसमें बैलों का उपयोग हो और अनाज के साथ भूसा भी घर पहुंचे। हर गांव और क़स्बे में […]

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