गांधीजी ने उच्चतम आदर्शों को व्यवहार में लाने के लिए जिन अभियानों/आंदोलनों को चलाया, उन्हें लोकस्मृति में एवं लोकजीवन में निरंतर स्थापित करने की जरूरत है। किसी एक दिन गांधी दिवस मनाने की औपचारिकता वे निभाते हैं, जिनका गांधी विचार से कुछ लेना-देना नहीं है। गांधीजी ने योरोप में पैदा […]
Editorial
15 अगस्त 1947 को भारत ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से मुक्त हुआ। यह स्वतंत्रता अपने 75वें वर्ष में प्रवेश कर रही है। ब्रिटिश औपनिवेशिक गुलामी से मुक्त होकर हमें तय करना था कि अब हम किसी भी प्रकार की नव-उपनिवेशिवादी व्यवस्था में नहीं पंâसेंगे। हमें व्यक्ति के स्वराज्य, लोक के स्वराज्य […]
आजादी के बाद गांधीजी अहिंसक क्रांति के माध्यम से लोकसत्ता का निर्माण करना चाहते थे, किन्तु राजसत्ता केन्द्रित परिवर्तन की नीति के कारण ‘लोक’ को लक्ष्य समूह (Target Group) एवं लाभार्थी (Beneficiary) में तब्दील कर दिया गया। राजसत्ता एवं अर्थसत्ता अधिकाधिक केन्द्रीकृत होती चली गयी। इस कारण प्राकृतिक दााोतों व […]