बनवासी सेवा आश्रम में एक दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन
बनवासी सेवा आश्रम, सोनभद्र के विचित्रा महाकक्ष में 13 सितम्बर को चोपन, दुद्धी, म्योरपुर, बभनी आदि विकास खंडों के 26 विद्यालयों के 35 शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से एक दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। शिक्षकों को संबोधित करते हुए म्योरपुर के खंड शिक्षा अधिकारी विश्वजीत कुमार और बभनी के खंड शिक्षा अधिकारी बृजेश सिंह ने कहा कि पुस्तकें हमे नर्क के द्वार से स्वर्ग तक का सफर कराती हैं। जरूरी है कि हम छात्रों के मन के साथ जुड़ें और उनमें लगन पैदा करें, ताकि वे पढ़ने और सीखने के प्रति समर्पित हो सकें. उल्लास पुस्तकालय कार्यक्रम के निदेशक आनंद और प्रशिक्षक विजय तथा श्रीकांत ने शिक्षकों को पुस्तकालय संचालन की विधियों की जानकारी दी और कहा कि छात्र स्कूल आने से घबराएं नहीं, बल्कि न आने पर खुद अफसोस जताएं, तो समझिये कि शिक्षक सफल है। उन्होंने आह्वान किया कि आज के सोशल मीडिया के दौर में पुस्तकों का मान हम सबके लिए और बढ़ गया है। सही ज्ञान और सही मित्र की राह पुस्तकों से मिलती है। सामाजिक कार्यकर्ता और मिशन समृद्धि की स्टेट मैनेजर शचि सिंह ने बताया कि बनवासी सेवा आश्रम के कार्यक्षेत्र में 26 स्कूलों में उल्लास कार्यक्रम के तहत पुस्तकालय खोलने की व्यवस्था की जा रही है, जिससे पठन-पाठन में छात्रों की रुचि बढ़े। इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को विज्ञान के प्रति जागरूक करना और पढ़ाई के प्रति रुचि पैदा करना था। प्रशिक्षण कार्यशाला में शुभा प्रेम, डॉ आरके राजावत, प्रदीप सिंह, ओंकार नाथ पांडेय, रमेश कुमार गुप्ता, राम जनम, अवधेश कुमार, संजय जायसवाल, संतोष जौहरी, गीता चौबे, सविता यादव, रीता कन्नौजिया, केवला दुबे आदि शामिल हुए। कार्यशाला का संचालन देवनाथ ने किया।
-शुभा प्रेम