गांधीजी को महात्मा बनाने में श्रीमदराजचंद्र का बड़ा योगदान था। गांधीजी ने अपनी आत्मकथा में लिखा है- यहां तो इतना ही कहना काफी होगा कि मेरे जीवन पर प्रभाव डालने वाले आधुनिक पुरुष तीन हैं- श्रीमदराजचंद्र ने अपने सजीव संपर्क से, टाल्सटॉय ने ‘दी किंगडम ऑफ गॉड इज विदिन यू’ […]
Month: October 2022
बापू के व्यक्तित्व का मूल पहलू आध्यात्मिक है। बापू ने हमारे सामने कितनी ही ऐसी बातें रखी हैं, जो केवल आध्यात्मिक क्षेत्र में ही आती हैं। बापू को पहचानने के लिए उनके व्यक्तित्व की आध्यात्मिक भूमिका का आकलन होना चाहिए। बापू के जीवन को देखेंगे, तो समझ में आयेगा कि […]
सत्य को खोजने और देखने का अधिकार हरेक को है। सत्य का निर्णय करने का हक जिस तरह गोडसे को है, उसी तरह गांधीजी को भी है। गोडसे को अपना हक मंजूर था, लेकिन गांधीजी का नहीं। इसलिए उसने गांधीजी की हत्या की। पर गांधीजी को जिस तरह अपना खुद […]
सुधीर चन्द्र ने एक किताब लिखी थी- गांधी एक असम्भव संभावना. यह किताब गांधी के अंतिम दिनों का मार्मिक दस्तावेज है. लेकिन बात केवल अंतिम दिनों की नहीं, आज हम गांधी की जिन्दगी से जुड़े सबसे मुश्किल सवालों पर चर्चा करेंगे. क्या गांधी ने अपने जीवन के आखिरी दिनों में […]
टाउन प्लानिंग में कई तरह के विशेषज्ञों का योगदान होता है, जिसमें सर्वाधिक ज़रूरी है भूगोल या ज्योग्राफ़ी का ज्ञान. यानी ज़मीन कैसी है, पानी की उपलब्धता क्या है, पानी का ढलान किधर है और कितने जलाशय चाहिए. इसके बाद सिविल इंजीनियर, आर्किटेक्ट, सिविल सर्वेंट्स और पॉलिटिशियंस का नंबर आता […]