पर्यावरणविद सुभाष दत्ता द्वारा उद्यान बचाने की सरकार से गुहार स्थानीय शहरी निकायों से पूरी तरह या आंशिक रूप से अनुपचारित सीवेज छोड़ने सहित विभिन्न स्रोतों से चौबीसों घंटे प्रदूषित होती रहती है गंगा, पर्यवारणविद सुभाष दत्ता का दावा। पश्चिम बंगाल के पर्यावरणविद सुभाष दत्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को […]

जोशीमठ गंगा कैम्पेन का फैसला अभियान के तहत एक लाख लोगों से पोस्टकार्ड लिखवाकर प्रधानमंत्री कार्यालय भेजे जाएंगे, एक लाख लोगों से प्रधानमंत्री कार्यालय को ईमेल भिजवाए जाएंगे। इसके अलावा रैली, प्रदर्शन, जनहित याचिका, मीडिया कैम्पेन आदि के जरिये जन जागरण अभियान चलाया जाएगा। बार-बार चेताने के बावजूद जोशीमठ भूधंसान […]

रिपोर्ट पेसा कानून बनने के बाद सभी 10 राज्यों को एक वर्ष के अंदर उन सभी कानूनों को संशोधित करना था, जो पेसा के अनुरूप नहीं थे। साथ ही सभी राज्यों को अपने यहां पेसा लागू करने के लिए नियमावली बनानी थी, लेकिन अफसोस, किसी भी राज्य ने अपने कानूनों […]

सौर ऊर्जा क्षेत्र बंगलूरु में 5,000 से अधिक उपभोक्ता सौर ऊर्जा पैनलों का उपयोग कर रहे हैं, उनमें से 3,000 से अधिक आवासीय भवन हैं और बाकी बेंगलुरु महानगर पालिका सीमा में स्थित उद्योग और पोल्ट्री फार्म हैं। बिजली की किल्लत से जूझने वाले राज्य से बिजली की अधिकता वाला […]

एक गलत प्रक्रिया ने गलत नीति को जन्म दिया, जिसके परिणामस्वरूप न केवल लोकतंत्र को नुकसान हुआ, बल्कि जनता, खासकर गरीब जनता पर भारी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। वह प्रक्रिया जिसके द्वारा कोई नीति तैयार की जाती है, परिणामों को भी निर्धारित करती है। क्या ऐसा कहकर जान छुड़ाई जा सकती […]

गंगा केवल नदी नहीं है। यह देशवासियों की भावना से जुड़ी होने के अतिरिक्त कई जलीय जीवों का घर भी है। भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव गंगा में पाया जाने वाला डॉल्फिन है। गंगा का प्रदूषण इस डॉल्फिन की ज़िंदगी पर लगातार भारी पड़ रहा है और रोज़ इनकी संख्या […]

अपूज्यां यत्र पूज्यंते आज उत्तराखण्ड और केन्द्र, दोनों जगह भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। भाजपा आज भी खुद को हिंदू संस्कृति का पोषक बताते नहीं थकती है। आज कोई हिंदू संगठन नहीं कह रहा है कि जोशीमठ का धारी देवी मन्दिर हो या गंगा; आस्थावानों के लिए दोनों तीर्थ […]

जोशीमठ हम हिमालय की सुरक्षा नहीं कर पा रहे हैं, जबकि हिमालय राष्ट्र की जीवनशक्ति है। सिंधु से लेकर ब्रह्मपुत्र तक नदियां हिमनदों से ही निकलती हैं और ये हिमनद ग्लोबल वार्मिंग तथा ग्रीन हाउस गैसों के प्रभाव से पिघलकर पीछे हटते जा रहे हैं। चिंतनशील भारतीय आज इसलिए स्तब्ध […]

सत्ता के लिए साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के इस दौर में यह बात ध्यान देने की है कि देश के संवैधानिक ढांचे को बचाने और हाशिए के लोगों की मदद करने वालों की कोशिशों से साम्प्रदायिक और क्षेत्रीय सीमाएं टूट रही हैं। यह मुल्क के भविष्य के लिए अच्छा संकेत है। जोशीमठ […]

जोशीमठ का भू-धंसाव हाल की सबसे बड़ी पर्यावरणीय दुर्घटनाओं में से एक है। भूगर्भ वैज्ञानिकों और पर्यावरण विशेषज्ञों की चेतावनियों को दरकिनार करके जोशीमठ को एक आधुनिक शहर बनाने की होड़ लगी हुई है। बीते कुछ वर्षों में यहाँ होटल्स, माल्स और सड़कों के अलावा अब चार लेन वाली चर्चित […]

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