5 नवम्बर को कृष्णा बाल विद्या मंदिर हनुमान नगर, उन्नाव में गांधी चर्चा का कार्यक्रम संपन्न हुआ। चर्चा के बाद गांधी ज्ञान परीक्षा का भी आयोजन हुआ। बच्चों ने गांधी जी से जुड़ी अपनी शंकाओं व सवालों को सामने रखा और ज़बाब से संतुष्ट हुए। चर्चा के दौरान तीन बच्चों […]

ग्राम स्वराज की विरासत बनवासी सेवा आश्रम औपचारिक रूप से 1956 में पंजीकृत हुआ और गोविंद वल्लभ पंत की दूरदृष्टि को कठिन परिस्थियों में भी जमीनी स्तर पर उतारने में सफल रहा है। यहाँ साकार हो रहा है गाँधी जी के ग्राम स्वराज का सपना. आइये, आश्रम के इतिवृत्त पर […]

बनवासी सेवा आश्रम में दो दिवसीय ग्राम स्वराज्य सम्मेलन में क्षेत्र की समस्याओं पर हुई चर्चा बनवासी सेवा आश्रम गोविंदपुर के विचित्रा महाकक्ष में 6 नवंबर को दो दिवसीय ग्राम स्वराज्य सम्मेलन का उद्घाटन आश्रम के अध्यक्ष अजय शेखर, पहले सत्र के मुख्य अतिथि बीएचयू के प्रो आलोक कुमार पाण्डेय […]

नौ दिवसीय शांति सद्भावना यात्रा सामूहिक संकल्प के साथ सम्पन्न साझा संस्कृति मंच एवं एनएपीएम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 9 दिवसीय शांति सद्भावना यात्रा का शांति, सद्भावना, प्रेम और भाईचारे के संदेश के साथ भव्य समापन 5 नवंबर, शनिवार को सारनाथ, वाराणसी में हुआ. इसके पूर्व संदहा से सारनाथ […]

काफी लम्बे समय से अक्टूबर नवम्बर के महीनों में भारत के बड़े हिस्से में वायु प्रदूषण बढ़ जाता है। क्षिति, जल, पावक, गगन व समीर अव्यवस्थित हो रहे हैं। तुलसीदास ने रामचरितमानस में पृथ्वी संकट का उल्लेख किया है। लिखा है कि अतिशय देखि धरम कै हानी/परम सभीत धरा अकुलानी। […]

सर्वोदय जगत का राम विशेषांक (16-31 दिसम्बर 2022) अगले हफ्ते डिस्पैच होने वाला है. भगवान राम भारतीय समाज के मानस में इतने गहरे और व्यापक रूप में अंकित हैं कि सबको अपनी-अपनी सोच और जरूरत के मुताबिक़ कुछ न कुछ रक्षा-कवच मिल ही जाता है. आस्तिक हो या नास्तिक, सगुण उपासक […]

बाबा ने कहा कि अगर हमें भी वरदान मांगने का अवसर मिला होता, तो हम मांगते- मातृ मुखेन शिक्षणम अर्थात मां के मुख से मेरा शिक्षण हो। साबरमती आश्रम अजादी के आन्दोलन की गतिविधियों के प्रमुख केंद्र के रूप में जाना जाता है। आजादी से जुड़ी तमाम महान विभूतियाँ यहां रही […]

16 दिसंबर, 2022 को वाराणसी के अस्सी घाट पर दख़ल संगठन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा विरोधी पखवाड़े के समापन और निर्भया दिवस के मौके पर सांस्कृतिक प्रतिरोध संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शामिल मैत्री ने अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा विरोधी पखवाड़े के विषय में बताया कि 1960 के दशक में डोमिनिकन रिपब्लिक के तानाशाह […]

सहकारिता के पैरोकार और लोकतांत्रिक समाजवाद के इस शिखर पुरुष ने भारत की सनातन संस्कृति, बुद्ध के दिये विवेकसम्मत मानव कल्याण के संकल्प, मार्क्स के परिवर्तनकामी दर्शन और गांधी की बनायी राह में अद्भुत समन्वय स्थापित किया, जो आज भी उतना ही प्रासंगिक हैं। भारतीय दर्शन और संस्कृति के प्रकांड […]

विनोबा रेखांकित करते हैं कि विज्ञान, सत्ता-संपत्ति और स्वार्थ के हाथों बिक गया है। गांव को स्वावलंबी बनाने के लिए आजादी के बाद बहुतेरे प्रयास किये गये। खादी, ग्रामोद्योग, गोपालन आदि ग्रामोपयोगी विद्याओं का प्रचार प्रसार किया गया, लेकिन बाजार के सामने खादी और ग्रामोद्योग के विचार नतमस्तक हो गये। […]

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