यह संस्कृति के विकास की कहानी है। वरुणा के घावों को छूने की हमारी कोशिश, उस पार पड़े कूड़े के ढेर और वरुणा-जल को मल बनाते पॉलीथीनों के पहाड़ में बिला जाती है। आज वह अपने दु:ख पर रोये भी तो आंसू बहाने को पानी नहीं है उसके पास। उसके […]
गंगा को निर्मल ही नहीं करना है, उससे जुड़े सभी का अधिकार ही नहीं संरक्षित करना है, बल्कि उसकी अविरल धारा को भी बनाये रखने की जरूरत है। विकास के नाम पर गंगा पर बने 900 से अधिक बांध एवं बैराज गंगा के प्रवाह को बाधित कर रहे हैं। बिना […]
पट्टीकल्याणा में राष्ट्रीय युवा शिविर चा र दिवसीय आवासीय राष्ट्रीय युवा शिविर में शामिल होने के लिए 23 दिसम्बर को सैकड़ों युवा पट्टीकल्याणा पहुंचे। शिविर का आरम्भ गांधी जी एवं स्वर्गीय सुब्बाराव के चित्रों पर सूतांजलि एवं पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। शिविर का उद्घाटन करते हुए राधा बहन भट्ट […]
यह कमेटी सभी गांधी संस्थाओं से मिलेगी और सबसे बात करके एक खादी फोरम का गठन किया जाएगा। यह फोरम संस्थाओं के रुके हुए पैसे और बैंकों द्वारा परेशान किए जाने की समस्या को उठाएगा। सर्वोदय और गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ताओं ने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान स्थापित श्री गॉंधी आश्रमों की […]
30 जनवरी, गांधी शहादत दिवस के लिए उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल ने गठित की दो समितियां उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल की गांधी भवन, लखनऊ में हुई बैठक में 30 जनवरी के कार्यक्रम, संगठन और समितियों पर चर्चा हुई। बैठक में व्यापक विचार-विमर्श के बाद ये सामूहिक निर्णय लिये गये।कार्यक्रमआजादी के […]
सत्यशोधक महिला प्रबोधिनी की वर्धा में बैठक किसान अधिकार अभियान कार्यालय, वर्धा में सत्यशोधक महिला प्रबोधिनी के माध्यम से वरिष्ठ समाजवादी विचारक सुभाष वारे के साथ अनौपचारिक विचार मंथन बैठक का आयोजन किया गया. इस चिंतन बैठक में देश में हो रहे सामाजिक, राजनीतिक परिवर्तन व लोकतंत्र के सामने उपस्थित […]
वाराणसी में आयोजित राष्ट्रीय एकता, शांति और न्याय विषयक तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन वाराणसी के तरना स्थित नवसाधना कला केंद्र में ‘राइट एंड एक्ट’ संस्था की ओर से आयोजित ‘प्रशिक्षकों के लिए प्रशिक्षण शिविर’ का 20 दिसम्बर को समापन हुआ. 18 दिसम्बर से शुरू हुए इस आवासीय शिविर […]
लोकनायक जयप्रकाश नारायण द्वारा स्थापित छात्र युवा संघर्ष वाहिनी को एक बार फिर संगठित और सक्रिय करने की कोशिश शुरू हुई है. इसके लिए 30 दिसम्बर से 1 जनवरी के बीच बोधगया में आयोजित वाहिनी मित्र मिलन में कई निर्णय लिए गये. प्राप्त जानकारी के अनुसार सम्मेलन में कई मुद्दों […]
अनजाने में हुई गलती को भी समझकर स्वीकार करना, सत्य को समझना व उसके प्रति खपने की पूरी तैयारी गांधीजी के आचरण में दिखाई देता है। आंदोलनों में केवल सत्य के आग्रह पर ही जोर देना है और प्रतिद्वंद्वी के प्रति निश्छल प्रेम रखना है, यह आंदोलनकारी सत्याग्रही की जिम्मेदारी […]
‘मुझे गर्व है कि मै उस हिन्दू धर्म से हूं, जिसने पूरी दुनिया को सहिष्णुता और सार्वभौमिकता की सीख दी। भारत की सभ्यता और संस्कृति सभी धर्मों को सत्य के रूप में मान्यता देती है और स्वीकार करती है। भारत एक ऐसा देश है, जिसने सभी धर्मों और देशों के […]