समाज के हर क्षेत्र में नफरत फैल रही है, लेकिन समाज इस तरह से प्रतिक्रिया दे रहा है जैसे कुछ हुआ ही नहीं है. नफरत की यह राजनीति हमारे समाज को कैंसर की तरह खोखला कर रही है। – तुषार गांधी ‘समकालीन समय में एम के गांधी’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी […]

वर्तमान परिस्थितियों में देश के सामाजिक हलकों में एक हलचल महसूस की जा रही है। सर्व सेवा संघ ने 9 अगस्त से 30 जनवरी तक ‘संकल्प सत्याग्रह’ और ‘महाजागरण यात्रा’ की शुरूआत की है, वहीं 16 अगस्त से 23 सितंबर तक बिहार में ‘हल्ला बोल’ यात्रा का आयोजन किया जा […]

अगर लोगों से जुड़ना है, तो हमें उनकी ज़िन्दगी से जुड़े सवालों से जुड़ना होगा। लोगों को ताक़त देने वाले कार्यक्रम सोचने होंगे, जैसे आज़ादी की लड़ाई में अस्पृश्यता निवारण, चरखा, गोसेवा, बुनियादी शिक्षा जैसे कार्यक्रम लिए गये थे। अगस्त का महीना भारतीय राजनीति के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। इसी […]

जो लोग सत्ता में हैं, उनके पास कोई रचनात्मक सोच नहीं संपादक महोदय, मैं 83 वर्ष का एक वरिष्ठ नागरिक हूं। पिछले 60 वर्षों से सर्वोदय तथा खादी के माध्यम से सामाजिक कार्यों में संलग्न हूं। आपने ‘सर्वोदय जगत’ पत्रिका को बहुत अच्छी ऊंचाई तक पहुंचा दिया है। इसके माध्यम […]

छत्तीसगढ़ के हरिहरपुर स्थित परसा कोयला खदान के आवंटन का मामला ग्रामवासियों की मुख्य मांग है कि जंगल, जमीन, जैव-विविधता, जल स्रोत, वन्य प्राणियों के रहवास, आदिवासियों की आजीविका, संस्कृति और पर्यावरण की रक्षा के लिए सम्पूर्ण हसदेव अरण्य क्षेत्र को खनन मुक्त रखते हुए प्रस्तावित सभी कोयला खदानें निरस्त […]

रांची में एक जुलाई को स्टेन स्वामी मेमोरियल व्याख्यानमाला में बोले फैज़ान मुस्तफ़ा कानून और संविधान के जानकार फैज़ान मुस्तफ़ा गत एक जुलाई को रांची में स्टेन स्वामी मेमोरियल व्याख्यानमाला में बोल रहे थे. आयोजन पीयूसीएल का था. मानवाधिकार से जुड़े कानूनी पहलुओं के अलावा देश के मौजूदा धार्मिक उन्माद […]

टेलीग्राफ एक पाठक के तौर पर दशकों तक टेलीग्राफ के साथ इश्क वाला रिश्ता रहा। मगर आज उसी टेलीग्राफ की सूरत देखकर आए दिन मन खीझ जाता है। खबरों पर विचारों को हावी होते देखना अच्छा नहीं लगता। जर्नलिज्म के जिस स्कूल में शिक्षा-दीक्षा हुई, वह इस परिवर्तन को स्वीकार […]

गौरा देवी की याद में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर चमोली स्थित उर्गम घाटी में विगत 24 वर्षों से चिपको नेत्री गौरा देवी के नाम पर पर्यावरण एवं प्रकृति-पर्यटन मेले का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष यह मेला 25 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। गौरतलब है […]

सर्व सेवा संघ के 89वें अधिवेशन के एक खुले सत्र में सर्व सेवा संघ के महामंत्री गौरांग चन्द्र महापात्र ने संगठन के कामकाज का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। प्रस्तुत हैं रिपोर्ट के मुख्य अंश। एक दिसम्बर 2020 को सर्व सेवा संघ का मंत्री बनने के बाद पहली बार मुझे 13 दिसम्बर […]

भारत के बहुलतावादी समाज, मानवतावादी संस्कृति, संघीय व लोकतांत्रिक स्वरूप तथा धार्मिक सद्भाव की रक्षा और श्रम एवं प्राकृतिक संसाधनों की लूट, बेरोजगारी, महंगाई, सरकार संपोषित पूंजीवाद व सांप्रदायिकता को समाप्त करने का सामूहिक संकल्प। अधिवेशन का आधार-पत्र लोक-कल्याणकारी शासन की विडंबना : समाज, देश या राष्ट्र के सामने कभी-कभी […]

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