गांधीजी की हत्या के कुल छ: हफ्तों बाद सेवाग्राम में कुछ लोग एकत्र होकर अपने सूने दिलों और भटकते दिमागों के अंदर कुछ प्रश्नों का उत्तर ढूँढ़ते हैं। प्रश्न ये कि बापू तो गये, अब हमें क्या करना है? बापू के पास हम हिदायत लेने पहुंच जाते थे, अब वह […]

दोनों संगठनों से सम्बद्ध कुछ शीर्षस्थ नेताओं की एक बैठक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नागपुर स्थित प्रमुख कार्यालय में संघ के सरकार्यवाह बाबा साहब देवरस की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में सर्वोदय की ओर से जैनेन्द्र कुमार, अण्णा साहब सहस्रबुद्धे, ठाकुरदास बंग, आरके पाटिल, देवेन्द्र कुमार गुप्त आदि […]

गांधीजी का मानना था कि गरीबों के लिए रोटी ही अध्यात्म है। भूख से पीड़ित उन लाखों-करोड़ों लोगों पर किसी और चीज का प्रभाव पड़ ही नहीं सकता। कोई दूसरी बात उनके हृदय को छू ही नहीं सकती। उनके पास आप रोटी लेकर जाइए, वे आपको भगवान की तरह पूजेंगे। […]

सत्याग्रही को सत्य और अहिंसा का पालन करना चाहिए। ये दोनों सिद्धांत गांधीवाद के दो प्रमुख बिन्दु हैं। गांधी जी ने सदैव इन दोनों सिद्धांतों को पूर्ण विचारधारा माना। इतना होने पर भी व्यवहार में राष्ट्रीय स्वतंत्रता की अत्यधिक आवश्यकता को देखते हुए उन्होंने इन सिद्धांतों को समसामयिक माना था। […]

दुनिया में पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से आज प्राकृतिक संसाधनों, जंगलों, पेड़ों और पृथ्वी को बचाने की बात की जा रही है, इसकी शुरुआत उत्तराखंड में गांधी और सर्वोदय विचारों से प्रभावित होकर हुई थी। उत्तराखंड हमेशा से ऐसा इलाका रहा है, जहां से सामाजिक एकता और अन्याय के ख़िलाफ़ […]

गांधीवादी मॉडल की प्रासंगिकता का विमर्श गांधीवाद पर आधारित शासन व्यवस्था का परीक्षण देश के किसी छोटे-से इलाक़े में भी नहीं किया गया, जिसके आधार पर आज यह तय होता कि गाँधीवाद प्रासंगिक है या नहीं। इस बात को न वे सोच-समझ पा रहे हैं, जो पूँजीवाद में मस्त हैं […]

आजाद भारत में सर्वोदय आंदोलन की भूमिका; एक तीखी पड़ताल आज पूरे देश में जो कुछ हो रहा है, वह गांधी की सोच के विपरीत दिशा में जा रहा है। इस संदर्भ में सर्वोदय समाज भी वह भूमिका निभाने में विफल रहा है, जिसकी उससे अपेक्षा की गई थी। इसके […]

सर्वोदय शब्द पुराना था। गांधी द्वारा उसमें विशिष्ट अर्थ भरने के बाद एक अरसा बीत चुका था। दरअसल, हिन्द स्वराज्य का सपना सामने रखकर और उससे अपनी प्रतिबद्धता घोषित करके गांधी ने एक तरह से सर्वोदय आंदोलन का आगाज किया था, लेकिन न उसका रूप निखरा था, न उसकी पहचान […]

श्रद्धांजलि नचिकेता देसाई लेखक और पत्रकार नचिकेता देसाई का 2 फरवरी को अहमदाबाद में उनके अख़बार नगर स्थित आवास पर निधन हो गया। वह 72 वर्ष के थे। उनके अधिकांश दोस्त उन्हें प्यार से एनडी कहकर बुलाते थे। कहना न होगा कि वे स्वतंत्रता सेनानियों के उस प्रमुख परिवार से […]

श्रद्धांजलि वयोवृद्ध सर्वोदय कार्यकर्ता मेवालाल गोस्वामी का 7 फरवरी 2023 को आजमगढ़ स्थित उनके गाँव में निधन हो गया। वे 105 वर्ष के थे। वे उत्तर प्रदेश भूदान यज्ञ समिति के पूर्व संयोजक तथा उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल के पूर्व अध्यक्ष थे। इसके अलावा वे अनेक सामाजिक व शैक्षणिक संस्थाओं […]

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