आठवें दिन साबरमती आश्रम में ‘सेवाग्राम-साबरमती संदेश यात्रा’ का समापन हुआ24 अक्टूबर 2021, दिन रविवार 17 अक्टूबर को सेवाग्राम से निकली सेवाग्राम-साबरमती यात्रा 23 अक्टूबर को अहमदाबाद पहुंची. 24 की सुबह यात्री साबरमती आश्रम पहुंचे. यात्रा में शामिल रहे युवा यात्रियों के लिए साबरमती के परिसर में प्रवेश अद्भुत भाव […]
सेवाग्राम-साबरमती संदेश यात्रा एक शुरुआत है। गांधीजी की कर्मस्थली को पर्यटक स्थल में बदलने की कुटिल योजना के पीछे छिपी मंशा का पर्दाफाश करने के लिए यह जन-जागरण अभियान है। अहिंसक क्रांतिकारी, गांधी के सच्चे क्रांतिकारी स्वरूप को लोक स्मृति से मिटाने की साजिश को बेनकाब करने की शुरूआत है। […]
जब तक शरीर में आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी का संतुलन है, तब तक मानव शरीर स्वस्थ रहता है। इन तत्वों का सही संयोजन ही प्राक़तिक चिकित्सा है। प्राकृतिक चिकित्सा कोई नई विधा नहीं है। यह उतनी ही पुरानी है, जितना मानव स्वयं। मानव शरीर पाँच तत्व आकाश, वायु, अग्नि […]
ब्रह्मविद्या मंदिर के पीछे विनोबा की भव्य कल्पना थी। वे मानते थे कि वह उनकी सर्वोत्तम कल्पनाओं में से एक है। वे चाहते थे कि वहां मन को समाप्त करने की साधना हो। 1938 में स्वास्थ्य लाभ के लिए विनोबा पवनार आये और फिर वहीं स्थिर हुए। स्वाभाविक रूप से […]
6 अप्रैल को 8:30 बजे बापू समुद्र में उतरे,डुबकी लगाई,किनारे आए और एक गड्ढे से नमक का ढेला हाथ में जैसे ही उठाया, सरोजिनी नायडू ने उद्घोष किया, उद्धारकर्ता की जय! स्वयं बापू ने समुद्र गर्जना की, इस ढेले से मैंने ब्रिटिश साम्राज्य की नीव हिला दी है। अनंत काल […]
साधना केन्द्र : राजघाट, वाराणसी कलकत्ते से अमृतसर और उससे भी आगे पेशावर, पाकिस्तान तक जाने वाला देश के सबसे बड़े राजमार्ग, शेरशाह सूरी मार्ग या पुराने जीटी रोड पर चलते हुए जब आप चन्दौली जिले की सीमा 2 मिलती है दक्षिण से उत्तरवाहिनी होती हुई गंगा। काशी की नगर […]
सेवाग्राम से साबरमती तक जन जागरण यात्रा अपने देश में गांधी जी द्वारा स्थापित आश्रमों में साबरमती आश्रम का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। जानकारी मिली है कि केंद्र सरकार साबरमती आश्रम परिसर की स्वरूप में तब्दीली करना चाहती है, जो गांधी विचारधारा और विरासत पर सीधा आघात है । सरकार […]
महात्मा ने अपने जीवन में फिनिक्स, टॉल्सटॉय, कोचरब से लेकर साबरमती और सेवाग्राम तक कई आश्रम बनाए। ये आश्रम उदात्त मानवीय मूल्यों- सत्य, अहिंसा, प्रेम, स्वावलंबन, खादी, छुआछूत निवारण, संपत्ति-विसर्जन और सादगी के प्रयोग स्थल रहे हैं। इन मूल्यों से वास्ता रखने वाले और न रखने वाले, सभी यहां आकर […]
गांधी जी ने अहिंसक क्रांति के कई आयामों को विकसित किया। उसमें एक महत्त्वपूर्ण आयाम क्रांति के तरीके में क्रांति का आयाम है। गांधी जी ने क्रांति के तरीकों में क्रांति लाने की जो पद्धति विकसित की, उसमें माध्यम में ही लक्ष्य पूर्ति की संभावना थी। अहिंसक क्रांति के लिए […]