मिट्टी की मोटी मोटी दीवारों, छायादार बरामदों और खिडकियों की भारतीय भवन निर्माण शैली को आधुनिक पाश्चात्य शैली के लिए छोड़ दिया गया। आज बंगलौर, अहमदाबाद, चेन्नई आदि शहरों की इमारतें अक्सर ओहियो, मैनचेस्टर या इंग्लैंड की इमारतों जैसी दिखती हैं। ज्यादातर शहरों में, लोगों ने आँख बंद करके पश्चिमी […]

अर्न्तराष्ट्रीय साइकिल दिवस के अवसर पर गांधी स्मारक भवन, चंडीगढ़ की ओर से एक साइकिल रैली आयोजित की गई। मुख्य अतिथि के तौर पर चंडीगढ़ के पार्षद सौरभ जोशी ने झंडी दिखाकर रैली की शुरूआत की तथा स्वयं साइकिल चलाकर सुखना लेक तक गए। उन्होंने इस मौके पर लोगों को […]

विश्व पर्यावरण दिवस पर आजादी बचाओ आंदोलन की संगोष्ठी स्वराज विद्यापीठ, इलाहबाद के सभागार में 5 जून को ‘जल सुरक्षा एवं सामुदायिक व्यवस्था’ विषय पर एक विचार संगोष्ठी का आयोजन हुआ। सभा की अध्यक्षता आजादी बचाओ आंदोलन के वर्तमान प्रमुख डॉ कृष्ण आनंदी ने की, विषयारंभ भी उन्होंने ही किया। […]

शराबबंदी कार्यकर्ता सम्मेलन में शराबबंदी संयुक्त मोर्चा की मांग देश व प्रदेश में फैल रहा शराब का अनैतिक कारोबार रामराज्य में सबसे बड़ी बाधा है. इसे शीघ्र प्रतिबन्धित कर देश में शराबबन्दी का कानून बनना चाहिए। हरदोई स्थित शहीद उद्यान में 5 जून को आयोजित शराबबन्दी कार्यकर्ता सम्मेलन में यह […]

यात्रा में एक गांव ऐसा भी मिला, जहां लगभग 32 स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी के आंदोलन में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था। ब्रिटिश सरकार के ज़ुल्म से गांव के गांव खाली हो गए थे। इन इलाकों के जननायकों को यात्रा में जगह जगह याद किया गया। दो सप्ताह से […]

पलामू व्याघ्र परियोजना के कोर एरिया का मामला यह तो नहीं पता कि और कितने गाँवों को इस व्याघ्र परियोजना के कोर एरिया में शामिल किया जाएगा, कितने और गाँवों को विस्थापित किया जाएगा, कितने और वनों और पेड़ों को नष्ट किया जाएगा, पर इतना पता है कि यह सिलसिला […]

निरंकुश सत्ता के खिलाफ जेपी ने जब सम्पूर्ण क्रांति का आह्वान किया, तो देश के युवाओं में एक हिलोर उठी. दुनिया को स्तब्ध कर देने वाले उन दिनों को याद करते हुए देश के विभिन्न हिस्सों में 5 जून को अनेक कार्यक्रमों, गोष्ठियों, जुलूसों आदि का आयोजन किया गया. पेश […]

स्त्री-पुरुष दोनों में 40 वर्ष की उम्र से यौन सूक्ष्म रसों के सृजन में 2 प्रतिशत की दर से गिरावट आने लगती है। स्त्रियों में 40 से 50 वर्ष की उम्र तक तथा पुरुषों में 45 से 55 वर्ष की उम्र तक यौन सूक्ष्म रस निष्क्रियता के स्तर पर पहुँच […]

सम्पूर्ण क्रांति दिवस पर संघर्ष वाहिनी समन्वय समिति के साथियों का सहचिंतन हम एक साथ क्यों नहीं आ सकते? ध्यान रहे, एक भी आजाद दिमाग का वजूद इन ताकतों के हमले से बचने वाला नहीं है। मुकाबला तो होगा। हम करें या न करें, हम लड़ें या न लड़ें। सबसे […]

देश भर से दिल्ली में जुटे सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्यकर्ता नई दिल्ली स्थित गांधी शांति प्रतिष्ठान में 4 और 5 जून को एक बैठक का आयोजन हुआ. सामाजिक परिवर्तन के लिए प्रतिबद्ध और समता, लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता तथा शांतिमय संघर्ष में गहरी आस्था रखने वाले नॉन पार्टी कार्यकर्ताओं की इस […]

क्या हम आपकी कोई सहायता कर सकते है?