राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की 75 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उनके प्रपौत्र, लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता तुषार गाँधी ने कहा कि भारत में हिंदू राष्ट्रवाद का बढ़ता ज्वार बापू की विरासत का अपमान है। उनके विचारों की अब भारत में चिंताजनक स्थिति है।
एक समाचार एजेंसी से अपनी बातचीत में उन्होंने कहा कि नफरत, ध्रुवीकरण और विभाजन की विचारधारा ने अब भारतीयों के दिलों पर कब्जा कर लिया है। ऐसे लोगों के लिए यह बहुत स्वाभाविक है कि गोडसे उनके लिए प्रतिष्ठित देशभक्त और आदर्श होगा।
इस खतरनाक परिवर्तन का श्रेय वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी हिंदू राष्ट्रवादी भारतीय जनता पार्टी के उदय को देते हैं। उनका कहना है कि उनकी सरकार धर्मनिरपेक्ष और बहुसांस्कृतिक परंपराओं को कमजोर करने के लिए दोषी है। उनकी सफलता का आधार ही नफरत है। उनको यह पता भी है कि जो आग वे जला रहे हैं, वह एक दिन भारत को ही भस्म कर देगी।
तुषार गांधी इस बात के प्रति चिंता व्यक्त करते हैं कि अगले साल के चुनावों में नरेंद्र मोदी के एक बार फिर जीतने की आशंका इसलिए है कि देश का विपक्ष बेहद कमजोर हालत में है और हाल फ़िलहाल कोई उन्हें चुनौती देता नहीं दिख रहा है। वे कहते हैं कि यह जहर इतना गहरा है और वे इतने सफल हैं कि भारत में लंबे समय तक मेरी विचारधारा की जीत होती नहीं दिख रही है, लेकिन यह स्थिति मुझे लड़ते रहने के दृढ़ संकल्प से भर देती है।
–सर्वोदय जगत डेस्क