शराबबंदी कार्यकर्ता सम्मेलन में शराबबंदी संयुक्त मोर्चा की मांग
देश व प्रदेश में फैल रहा शराब का अनैतिक कारोबार रामराज्य में सबसे बड़ी बाधा है. इसे शीघ्र प्रतिबन्धित कर देश में शराबबन्दी का कानून बनना चाहिए। हरदोई स्थित शहीद उद्यान में 5 जून को आयोजित शराबबन्दी कार्यकर्ता सम्मेलन में यह मांग उठाई गई। सम्मेलन में उपस्थित शराबबन्दी संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक सुल्तान सिंह ने कहा कि भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या से शराब के ठेके हटाकर योगी सरकार ने सराहनीय कार्य किया है। सरकार को चाहिए कि बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी, तीर्थराज प्रयाग और चित्रकूट से भी शीघ्र शराब के ठेके हटाने के लिए कदम उठाये।
हरिवंश सिंह ने कहा कि बिहार और गुजरात की तर्ज पर पूरे देश में शराबबन्दी कानून बनाकर लागू किया जाये, जिससे आगे आने वाली पीढियां इसकी बुराइयों से बच सकें और स्वस्थ व समृद्ध देश का निर्माण हो सके. नवीन सिंह ने शराब एवं नशीले पदार्थों का विरोध करते हुए कहा कि नशीले प्रदार्थों के प्रभाव से छात्रों पर बुरा असर पड़ रहा है. विद्याराम वर्मा ने प्रस्ताव कर कहा कि शराबबन्दी मांग को जनान्दोलन बनाने के लिए जिला शराबबन्दी संयुक्त मोर्चा का गठन जरूरी है। युवा कार्यकर्ता सचिन सिंह एडवोकेट को जिला प्रभारी घोषित किया गया। सम्मेलन में उपस्थित वरिष्ठ नागरिक शिवशरण सिंह चौहान की अगुवाई में 7 सदस्यीय संरक्षक मण्डल बना दिया गया है। जिला शराबबन्दी संयुक्त मोर्चा शीघ्र ही मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को संबोधित मांगपत्र डीएम, हरदोई के माध्यम से भेजा जायेगा। सम्मेलन में देवकीनन्दन गंगवार, दवीरुल हसन, सेठपाल सिंह राठौर, संजीव श्रीवास्तव, विद्या वाचस्पति, प्रताप नरायण अवस्थी, रामसिंह, अशोक कुमार अग्निहोत्री, सरोज दीक्षित, हरिहर सिंह, रमेश कुमार सिंह, राजकुमार सिंह, रामशरण पाल, राजेन्द्र प्रताप सिंह, महेन्द्र प्रताप आर्य, राकेश सिंह भदौरिया, सोनू गुप्ता, सीतू सिंह, रामपुत्री वाजपेई, सुरेन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे।
-हरिवंश सिंह