सेवाग्राम से साबरमती तक संदेश यात्रा संकल्प : 16.अक्टूबर 2021 : दिन शनिवार 16 अक्टूबर को सेवाग्राम से साबरमती संदेश यात्रा में शामिल होने के लिए देश भर के गांधीजन सेवाग्राम पहुंचे। केंद्र सरकार द्वारा साबरमती आश्रम को टूरिस्ट पैक में पेश करने की कोशिशों से गांधीजन आहत हैं। उन्हें […]

आठवें दिन साबरमती आश्रम में ‘सेवाग्राम-साबरमती संदेश यात्रा’ का समापन हुआ24 अक्टूबर 2021, दिन रविवार 17 अक्टूबर को सेवाग्राम से निकली सेवाग्राम-साबरमती यात्रा 23 अक्टूबर को अहमदाबाद पहुंची. 24 की सुबह यात्री साबरमती आश्रम पहुंचे. यात्रा में शामिल रहे युवा यात्रियों के लिए साबरमती के परिसर में प्रवेश अद्भुत भाव […]

सेवाग्राम-साबरमती संदेश यात्रा एक शुरुआत है। गांधीजी की कर्मस्थली को पर्यटक स्थल में बदलने की कुटिल योजना के पीछे छिपी मंशा का पर्दाफाश करने के लिए यह जन-जागरण अभियान है। अहिंसक क्रांतिकारी, गांधी के सच्चे क्रांतिकारी स्वरूप को लोक स्मृति से मिटाने की साजिश को बेनकाब करने की शुरूआत है। […]

जब तक शरीर में आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी का संतुलन है, तब तक मानव शरीर स्वस्थ रहता है। इन तत्वों का सही संयोजन ही प्राक़तिक चिकित्सा है। प्राकृतिक चिकित्सा कोई नई विधा नहीं है। यह उतनी ही पुरानी है, जितना मानव स्वयं। मानव शरीर पाँच तत्व आकाश, वायु, अग्नि […]

31 अक्टूबर से ग्लासगो (ग्रेट ब्रिटेन) मे COP26 विश्व पर्यावरण सम्मेलन हो रहा है। इसमें चीन को छोड़कर दुनिया के अधिकांश राजप्रमुख शामिल हो रहे हैं। इसे दुनिया को बचाने का आखरी मौका माना जा रहा है। दुनिया मे बढते प्रदूषण को लेकर यह छब्बीसवां अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन है, पर इतने […]

ब्रह्मविद्या मंदिर के पीछे विनोबा की भव्य कल्पना थी। वे मानते थे कि वह उनकी सर्वोत्तम कल्पनाओं में से एक है। वे चाहते थे कि वहां मन को समाप्त करने की साधना हो। 1938 में स्वास्थ्य लाभ के लिए विनोबा पवनार आये और फिर वहीं स्थिर हुए। स्वाभाविक रूप से […]

6 अप्रैल को 8:30 बजे बापू समुद्र में उतरे,डुबकी लगाई,किनारे आए और एक गड्ढे से नमक का ढेला हाथ में जैसे ही उठाया, सरोजिनी नायडू ने उद्घोष किया, उद्धारकर्ता की जय! स्वयं बापू ने समुद्र गर्जना की, इस ढेले से मैंने ब्रिटिश साम्राज्य की नीव हिला दी है। अनंत काल […]

-डॉ स्नेहवीर पुण्डीर नैतिकता का शाब्दिक अर्थ है, नीति के अनुरूप आचरण। राजनीति में नैतिकता का अर्थ भी राज्य को  नीति के अनुरूप संचालित करना है, परन्तु आज राजनीति में नीति की परिभाषा बदल चुकी है। बेशर्मी के साथ येन केन प्रकारेण सत्ता हथियाना और अपने व अपनी भावी पीढ़ियों […]

-प्रेम प्रकाश साल 2014 को कौन भूल सकता है भला! राजनीतिक तौर पर भारी उथल पुथल का साल! कहने को तो यह लोकसभा चुनाव के बाद मात्र सरकार बदलने का साल था, लेकिन इतिहास में दर्ज हुआ कि कालान्तर में सरकार बदलने की यह घटना लोकतांत्रिक संस्थाओं, लोकतांत्रिक मन और […]

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गांधी विनोबा जी के सिद्धांतों हेतु 40 वर्ष से समर्पित संस्था विनोबा सेवा आश्रम बरतारा शाहजहांपुर को वर्ष 2021 का डॉक्टर स्वामी राम मानवता पुरुस्कार मिलेगा। भारत देश में आर्थिक, पर्यावरण,विज्ञान संबंधी,सामाजिक व आध्यात्मिक क्षेत्र में समाज के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाली किसी एक प्रतिष्ठित संस्था अथवा व्यक्ति को […]

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