सेवाग्राम में खादी कार्यशाला गांधी के सेवाग्राम आश्रम में कई दशक बाद खादी सेक्टर की समस्याओं पर गहन मंथन के लिए कार्यशाला हुई, जिसमें खादी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के अलावा ज़मीनी स्तर पर काम करने वालों ने भी हिस्सा लिया. कार्यशाला में खादी को क़ानूनी बंधनों और कारपोरेटीकरण से मुक्त […]

सर्वोच्च अदालत ने न केवल दंगा पीड़ित जकिया एहसान जाफ़री की याचिका ख़ारिज कर दी, बल्कि उन लोगों को कठघरे में खड़ा करने के हुक्म दे दिया, जो याचिकाकर्ता के हमदर्द माने जाते हैं, यद्यपि वे न तो मामले के पक्षकार थे और न उनको दोषी करार देने से पहले […]

मिट्टी की मोटी मोटी दीवारों, छायादार बरामदों और खिडकियों की भारतीय भवन निर्माण शैली को आधुनिक पाश्चात्य शैली के लिए छोड़ दिया गया। आज बंगलौर, अहमदाबाद, चेन्नई आदि शहरों की इमारतें अक्सर ओहियो, मैनचेस्टर या इंग्लैंड की इमारतों जैसी दिखती हैं। ज्यादातर शहरों में, लोगों ने आँख बंद करके पश्चिमी […]

वर्धा में जारी है कपास किसानों का संघर्ष 2013-14 में सुनील टालाटुले ने करीब 400 किसानों से तक़रीबन 8 करोड़ रुपये मूल्य के 20 हजार क्विंटल कपास की खरीदी की. और बाद में सरकार की शह पर किसानों का पैसा चुकाने में आनाकानी करने लगा. पेश है, किसान अधिकार अभियान […]

अर्न्तराष्ट्रीय साइकिल दिवस के अवसर पर गांधी स्मारक भवन, चंडीगढ़ की ओर से एक साइकिल रैली आयोजित की गई। मुख्य अतिथि के तौर पर चंडीगढ़ के पार्षद सौरभ जोशी ने झंडी दिखाकर रैली की शुरूआत की तथा स्वयं साइकिल चलाकर सुखना लेक तक गए। उन्होंने इस मौके पर लोगों को […]

विश्व पर्यावरण दिवस पर आजादी बचाओ आंदोलन की संगोष्ठी स्वराज विद्यापीठ, इलाहबाद के सभागार में 5 जून को ‘जल सुरक्षा एवं सामुदायिक व्यवस्था’ विषय पर एक विचार संगोष्ठी का आयोजन हुआ। सभा की अध्यक्षता आजादी बचाओ आंदोलन के वर्तमान प्रमुख डॉ कृष्ण आनंदी ने की, विषयारंभ भी उन्होंने ही किया। […]

शराबबंदी कार्यकर्ता सम्मेलन में शराबबंदी संयुक्त मोर्चा की मांग देश व प्रदेश में फैल रहा शराब का अनैतिक कारोबार रामराज्य में सबसे बड़ी बाधा है. इसे शीघ्र प्रतिबन्धित कर देश में शराबबन्दी का कानून बनना चाहिए। हरदोई स्थित शहीद उद्यान में 5 जून को आयोजित शराबबन्दी कार्यकर्ता सम्मेलन में यह […]

यात्रा में एक गांव ऐसा भी मिला, जहां लगभग 32 स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी के आंदोलन में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था। ब्रिटिश सरकार के ज़ुल्म से गांव के गांव खाली हो गए थे। इन इलाकों के जननायकों को यात्रा में जगह जगह याद किया गया। दो सप्ताह से […]

पलामू व्याघ्र परियोजना के कोर एरिया का मामला यह तो नहीं पता कि और कितने गाँवों को इस व्याघ्र परियोजना के कोर एरिया में शामिल किया जाएगा, कितने और गाँवों को विस्थापित किया जाएगा, कितने और वनों और पेड़ों को नष्ट किया जाएगा, पर इतना पता है कि यह सिलसिला […]

निरंकुश सत्ता के खिलाफ जेपी ने जब सम्पूर्ण क्रांति का आह्वान किया, तो देश के युवाओं में एक हिलोर उठी. दुनिया को स्तब्ध कर देने वाले उन दिनों को याद करते हुए देश के विभिन्न हिस्सों में 5 जून को अनेक कार्यक्रमों, गोष्ठियों, जुलूसों आदि का आयोजन किया गया. पेश […]

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