विश्व पर्यावरण दिवस पर आजादी बचाओ आंदोलन की संगोष्ठी स्वराज विद्यापीठ, इलाहबाद के सभागार में 5 जून को ‘जल सुरक्षा एवं सामुदायिक व्यवस्था’ विषय पर एक विचार संगोष्ठी का आयोजन हुआ। सभा की अध्यक्षता आजादी बचाओ आंदोलन के वर्तमान प्रमुख डॉ कृष्ण आनंदी ने की, विषयारंभ भी उन्होंने ही किया। […]

शराबबंदी कार्यकर्ता सम्मेलन में शराबबंदी संयुक्त मोर्चा की मांग देश व प्रदेश में फैल रहा शराब का अनैतिक कारोबार रामराज्य में सबसे बड़ी बाधा है. इसे शीघ्र प्रतिबन्धित कर देश में शराबबन्दी का कानून बनना चाहिए। हरदोई स्थित शहीद उद्यान में 5 जून को आयोजित शराबबन्दी कार्यकर्ता सम्मेलन में यह […]

यात्रा में एक गांव ऐसा भी मिला, जहां लगभग 32 स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी के आंदोलन में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था। ब्रिटिश सरकार के ज़ुल्म से गांव के गांव खाली हो गए थे। इन इलाकों के जननायकों को यात्रा में जगह जगह याद किया गया। दो सप्ताह से […]

पलामू व्याघ्र परियोजना के कोर एरिया का मामला यह तो नहीं पता कि और कितने गाँवों को इस व्याघ्र परियोजना के कोर एरिया में शामिल किया जाएगा, कितने और गाँवों को विस्थापित किया जाएगा, कितने और वनों और पेड़ों को नष्ट किया जाएगा, पर इतना पता है कि यह सिलसिला […]

निरंकुश सत्ता के खिलाफ जेपी ने जब सम्पूर्ण क्रांति का आह्वान किया, तो देश के युवाओं में एक हिलोर उठी. दुनिया को स्तब्ध कर देने वाले उन दिनों को याद करते हुए देश के विभिन्न हिस्सों में 5 जून को अनेक कार्यक्रमों, गोष्ठियों, जुलूसों आदि का आयोजन किया गया. पेश […]

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व प्रधान न्यायाधीश को सेवानिवृत्ति के बाद राज्यसभा भेजने के पश्चात देश में उंगलियां उठना शुरू हो गयीं तथा देश में यह संदेश गया कि शासन के पक्ष में फैसला करने पर न्यायधीशों को सरकार पुरस्कृत करती है. देश की सबसे बड़ी अदालत ने ‘कूलिंग ऑफ़ पीरियड’ […]

आज़ादी का हीरक जयंती वर्ष आर्थिक क्षेत्र में पड़ोसियों या करीबियों द्वारा निर्मित वस्तुओं का उपयोग करना, उनमें कोई त्रुटि हो, तो दूर करके उन्हें सक्षम बनाना स्वदेशी की भावना को व्यावहारिक रूप देना है। यह कार्य मानवता के लिए स्वर्ग का मार्ग प्रशस्त करने वाला है। स्वदेशी भारत की […]

पश्चिम बंगाल के बर्दवान में बड़े पैमाने पर आलू की खेती होती है, जहां बिना किसी शोर शराबे और एमएसपी की मांग के, एमएसपी से भी बेहतर विकल्प बीसों साल से अभ्यास में है. वहां का किसान भी संतुष्ट है और बाजार भी इतना विकसित है कि आलू के बाज़ार […]

बाबा का कहना था कि ग्रामोद्योगों से आप कहते हैं वे अपने पैरों पर खड़े रहें। यह तो वही बात हुई कि आप मेरी टांगें तोड़ देते हैं और फिर टांगों पर खड़े रहने को भी कहते हैं। आप शाबाशी दें कि फिर भी हम हाथों के बल चल कर […]

राजनीति की प्रक्रिया ऊपर से नीचे जाने की है, जबकि लोकनीति की प्रक्रिया नीचे से ऊपर जाने की  है। राजनीति में सारी सत्ता केंद्र में होती है, लोकनीति में वही सत्ता गांव-गांव में होती है। वैसे तो सर्वोदय सर्वव्यापी है, वह राजनीति से अलग नहीं है, लेकिन सर्वोदय की अपनी […]

क्या हम आपकी कोई सहायता कर सकते है?