हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सर्वोदय बुक स्टॉल व्यवस्थापकों की वार्षिक बैठक राजघाट परिसर, वाराणसी में 26 मार्च, 2022 को संपन्न हुई। प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद बैठक में व्यवस्थापकों की समुचित भागीदारी रही। इस बार की बैठक में सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल, प्रबंधक ट्रस्टी अशोक कुमार शरण, मंत्री अरविंद कुशवाहा, उप्र सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष रामधीरज, उपाध्यक्ष सुश्री पुतुल, वयोवृद्ब गांधीवादी रवींद्र सिंह चौहान, सर्वोदय जगत के संपादक रामदत्त त्रिपाठी, सह संपादक प्रेम प्रकाश तथा कार्यालय प्रभारी सुरेंद्र नारायण सिंह की उपस्थिति उल्लेखनीय है।
बैठक की शुरुआत सर्व धर्म प्रार्थना से हुई. दिवंगत भाई जी, एसएन सुब्बाराव एवं जयवंत मठकर के प्रति श्राद्बांजलि व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया। स्टॉलों की स्थिति पर चर्चा प्रारंभ हुई तो व्यवस्था में बेहतरी के लिए सुझाव आमंत्रित किए गए. व्यवस्थापकों का सुझाव था कि पुस्तकों की बिक्री में गिरावट को देखते हुए खादी ग्रामोद्योग, स्थानीय एवं देशज उत्पादों की बिक्री की अनुमति की अनुमति प्राप्त करने का प्रयास प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए।
रेलवे बोर्ड की पॉलिसी के बारे में भी चर्चा हुई, जिसमें पुस्तकों के साथ-साथ पानी (रेल नीर) बेचने का अनिवार्य प्रावधान किया गया है। व्यस्थापकों का यह भी कहना था कि पानी पर 12% रॉयल्टी ली जाएगी, जबकि पुस्तकों की रॉयल्टी मात्र 2.5% ही है। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि इस तरह सरकार कहीं लोकोपकारी संस्थाओं का दर्जा तो नहीं बदलना चाहती है। अंतत: यह तय किया गया कि रेल नीर की रॉयल्टी पुस्तकों की रॉयल्टी के बराबर करने के लिए रेलवे बोर्ड को लिखा जाय।
बैठक में ‘सर्वोदय जगत’ पत्रिका के वितरण को प्रभावशाली और व्यापक बनाने के लिए सम्पादक रामदत्त त्रिपाठी ने व्यवस्थापकों से आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आप सभी अपने-अपने शहरों में गणमान्य एवं सामाजिक लोगों से संपर्क करें तथा उनके साथ मिलकर पत्रिका के वितरण की योजना बनायें. इसके साथ ही आप अपने शहर और इलाके की गतिविधियों की रपट भी भेजें। जो व्यवस्थापक खबरें भेजने में बेहतर प्रदर्शन करेंगे, उन्हें पत्रिका अपना प्रतिनिधि भी नियुक्त कर सकती है।
सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल ने व्यवस्थापकों से कहा कि आप की भूमिका कम महत्वपूर्ण नहीं है। विचार-प्रचार के काम को आप नियमित रूप से दशकों से कर रहे हैं। हमारे सामने कई कारणों से चुनौतियां बढ़ गई हैं। हालात के अनुसार अपने को सक्षम बनाने का प्रयास हम सभी को करना होगा। प्रबंधक ट्रस्टी अशोक शरण ने कहा कि कोरोना काल में हम सबने जो तकलीफ उठायी है, उसके लिए राहत देने का अवसर हम तलाशेंगे और उनका क्रियान्वयन भी करेंगे। कार्यक्रम को सफल बनाने में अनूप आचार्य और सुशील कुमार सिंह की भूमिका उल्लेखनीय रही। – सर्वोदय जगत डेस्क