जिन लोगों ने समकालीन भारतीय इतिहास को बनाने में रंचमात्र योगदान नहीं दिया, उनमें इतिहास को फिर से लिखने और स्थापित तथ्यों के साथ काल्पनिक प्रसंग जोड़कर इतिहास को अपने पक्ष में मोड़ने की प्रवृत्ति तीव्र होती जा रही है। उन्होंने बापू को लगी तीन गोलियों के बाद अब चौथी […]
गांधी की हत्या आज भी जारी है, क्योंकि वे सर्वधर्म समभाव को खत्म करना चाहते हैं (मुस्लिम विरोध), आरक्षण खत्म करना चाहते हैं (दलित व पिछड़ा वर्ग का विरोध) एवं वैश्विक पूंजीवादी नव साम्राज्यवाद (यानी कारपोरेटी उपनिवेशवाद) का समर्थन करना चाहते हैं। और, यह तभी संभव है, जब गांधी विचार […]
पट्टीकल्याणा में राष्ट्रीय युवा शिविर चा र दिवसीय आवासीय राष्ट्रीय युवा शिविर में शामिल होने के लिए 23 दिसम्बर को सैकड़ों युवा पट्टीकल्याणा पहुंचे। शिविर का आरम्भ गांधी जी एवं स्वर्गीय सुब्बाराव के चित्रों पर सूतांजलि एवं पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। शिविर का उद्घाटन करते हुए राधा बहन भट्ट […]
सर्वोदय और गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ताओं ने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान स्थापित श्री गॉंधी आश्रमों की ज़मीनों को वर्तमान पदाधिकारियों द्वारा बेचे जाने पर गहरा रोष प्रकट किया है. खादी संस्थाओं को इस संकट से उबारकर, विशेषकर कपास किसानों, सूत कातने वालों और बुनकरों के हित में उसका गौरव वापस बहाल […]
30 जनवरी, गांधी शहादत दिवस के लिए उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल ने गठित की दो समितियां उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल की गांधी भवन, लखनऊ में हुई बैठक में 30 जनवरी के कार्यक्रम, संगठन और समितियों पर चर्चा हुई। बैठक में व्यापक विचार-विमर्श के बाद ये सामूहिक निर्णय लिये गये। कार्यक्रमआजादी […]
सत्यशोधक महिला प्रबोधिनी की वर्धा में बैठक किसान अधिकार अभियान कार्यालय, वर्धा में सत्यशोधक महिला प्रबोधिनी के माध्यम से वरिष्ठ समाजवादी विचारक सुभाष वारे के साथ अनौपचारिक विचार मंथन बैठक का आयोजन किया गया. इस चिंतन बैठक में देश में हो रहे सामाजिक, राजनीतिक परिवर्तन व लोकतंत्र के सामने उपस्थित […]
वाराणसी में आयोजित राष्ट्रीय एकता, शांति और न्याय विषयक तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन वाराणसी के तरना स्थित नवसाधना कला केंद्र में ‘राइट एंड एक्ट’ संस्था की ओर से आयोजित ‘प्रशिक्षकों के लिए प्रशिक्षण शिविर’ का 20 दिसम्बर को समापन हुआ. 18 दिसम्बर से शुरू हुए इस आवासीय शिविर […]
सदियों पुराने मंदिरों और स्थापत्यों को बहुत सावधानी से हाथ लगाना चाहिए। उनमें उनकी आत्मा बसी होती है, उनमें उनकी ख़ुशबू बोलती होती है। आप उन्हें छूते हैं, और जादू ख़त्म हो जाता है। विशाल देवालयों के घंटी घड़ियालों में बस एक सन्नाटा बजता रह जाता है। लोगों के मन […]
दुनिया में सबसे टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल कपड़ा होने के कारण दुनिया में खादी की मांग बढ़ती जा रही है। खादी डेनिम दुनिया में एकमात्र दस्तकारी डेनिम फैब्रिक है, जिसने देश और विदेश में व्यापक लोकप्रियता हासिल की है। कपड़े की बेहतर गुणवत्ता, आराम, जैविक और पर्यावरण के अनुकूल […]
कताई और बुनाई की शैलियों तथा प्रक्रियाओं के संदर्भ ऋग्वेद में भी पाए जाते हैं। चौथी शताब्दी ईसा पूर्व, कौटिल्य के अर्थशास्त्र में भी चरखे के अस्तित्व का उल्लेख किया गया है। कौटिल्य ने अपने ग्रंथ में “सूत्राध्यक्ष” नामक राज्य के अधिकारियों का उदाहरण भी दिया है। प्राचीन काल से […]