प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में, नेहरू ने अपने मंत्रिमंडल में सभी धाराओं के प्रतिनिधियों को रखा था। इस रूप में वह एक राष्ट्रीय सर्व-सहमति की सरकार थी। नेहरू के प्रधानमंत्रित्व काल में भारत का संविधान बना, जो एक सर्व-सहमति का दस्तावेज है। आज भी संविधान की उद्देश्यिका (Preamble), नागरिकों को […]

चांडिल बांध झारखंड के कोल्हान प्रमंडल में सुवर्ण रेखा नदी के ऊपर बनाया गया है। यह बांध 1993 में बनकर तैयार हुआ और तब से 116 गांवों के 15 हज़ार परिवार विस्थापन का दंश झेल रहे हैं। बेरोजगार युवा विस्थापित संगठन की ओर से रोजगार की मांग अब जोर पकड़ने […]

उस दिन पटना में होते हुए भी मैं कितना विवश था कि जेपी के पास नहीं पहुंच सकता था। मैं जेल में बंद था। एक साथी कैदी के पास ट्रांजिस्टर था, उस पर सभी खबरें सुना करते थे। ट्रांजिस्टर की खबर से ही पता चला कि भारत के इतिहास में […]

जेपी गाँधी मैदान पहुंचकर सभा को सम्बोधित करने ही जा रहे थे कि भारी संख्या में सीआरपी आ गयी। एक तरफ छात्र, दूसरी तरफ सीआरपी की फौज। निहत्थों की यह लड़ाई देखते बन रही थी। प्रशासन ने चेतावनी दी। आंसू गैस के गोले गिरने लगे। जेपी आंसू गैस का सामना […]

बापू ने सुब्रह्मण्यम भारती में क्या देखा १९१९ के मार्च महीने में गांधी जी मद्रास में थे। चक्रवर्ती राज-गोपालाचारी के घर पर उनका डेरा था। एक सुबह गांधी जी के कमरे में उनके साथ राजाजी, तमिल भाषा में धुआंधार भाषण के लिए ख्यात एस. सत्यमूर्ति, सालेम के प्रतिष्ठित वकील अधिनारायण चेट्टियार, […]

सन बयालीस के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान बलिया के स्वतंत्रता सेनानियों और उनकी क़ुर्बानियों ने इतिहास के पन्नों पर बलिया का नाम हमेशा के लिए अंकित कर दिया। भारत छोड़ो आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले चित्तू पांडे, महानंद मिश्र और विश्वनाथ चौबे जैसे बलिया के सेनानी महात्मा गांधी […]

कॉलेज के दौर में गांधी विचार को जाना, कुछ साहित्य पढ़ा और उसके नज़दीक आया फिर कुछ कुछ बातें गांधी की मानने लगा, जिसमें खादी अपनाना भी शामिल रहा। अस्सी के दशक में स्कूल और कॉलेज के जीवन में हिंदी आंदोलन के बाद मैं खादी के उत्पादन से तो नहीं, […]

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी आए दिन मंचों पर, फिल्मों और नाटकों में, किताबों, चित्रों और नोटों में खूब दिखाई पड़ते हैं, लेकिन वास्तविक जीवन में उनके विचारों को व्यवहार में लाने की कोशिश नहीं के बराबर ही दिखती है। हमने उनको प्रतिमा और पूजा पाठ तक सीमित कर दिया है। राजनेता […]

जिस तेजी से खादी के स्वरुप में परिवर्तन आता जा रहा है, वह खादी को बाजार अभिमुख बनाता जा रहा है. इसमें खादी क्राफ्ट, जो हाथ से काती और बुनी जाती थी, गौण होती जा रही है. इसका दूर दराज के गांवों के उन गरीब व स्वावलंबी खादी के कार्यकर्ताओं […]

सेवाग्राम से साबरमती तक संदेश यात्रा संकल्प : 16.अक्टूबर 2021 : दिन शनिवार 16 अक्टूबर को सेवाग्राम से साबरमती संदेश यात्रा में शामिल होने के लिए देश भर के गांधीजन सेवाग्राम पहुंचे। केंद्र सरकार द्वारा साबरमती आश्रम को टूरिस्ट पैक में पेश करने की कोशिशों से गांधीजन आहत हैं। उन्हें […]

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