आज 14 नवंबर का दिवस काफी महत्वपूर्ण है । बाल दिवस या अन्य कुछ इसके महत्व भी हैं ही।लेकिन कल 15 नवंबर को बाबा विनोबा का निर्वाण दिवस है। जिसके स्मृति में पवनार आश्रम में गत चार दशक से मित्र मिलन का आयोजन होता आ रहा है। गत वर्ष कोरोना आदि को झेलते हुए भी पचास से ज्यादा लोग लघु मित्र मिलन में पहुंच ही गए। जबकि वर्ष 2019 में बाबा की 125 वीं जन्म जयंती के अवसर पर देश भर से 125 मैत्री यात्राओं का आगमन भी हुआ था। आज मित्र मिलन में शामिल होने हेतु जो यात्रा अपनी प्रारंभ कर चुके हैं, वह तो पहुंचना शुरू हो गए हैं। कल दिन में पूना से प्रणति दीदी और समता दीदी आईं ।रात्रि में ही धूलिया से प्रणव भाई कुछ बच्चों सहित पहुंचे। सुबह सुबह चंपारण से ज्वाला भाई , अभी कुछ देर में जौनपुर से अनिल उपाध्याय,और उनकी बड़ी टीम आई है। गुजरात से तो जयेश भाई के साथ काम कर रहे लोकमित्र अनिल ,अल्पेश ,सूरज भाई आदि और सुघड़ आश्रम और सफाई विद्यालय की ओर से झंखना दीदी आने वाली है।इस बार गुजरात विद्यापीठ अहमदाबाद का संपूर्ण ग्राम शिल्पी परिवार आज पहुंचेगा। जिसमें प्रवीण भाई, जलदीप भाई स्नेहल बहन ,आशीष आमीन अपने अनेक मित्रों के साथ , आगरा से राधा कृष्ण शर्मा भी पहुंच रहे हैं। बड़ौदा से भूमिपुत्र की संपादक आदरणीय पारुल दांडेकर बहन आ रही है। किशन भाई हमारे गुजरात के साथी आज पहुंचते लेकिन दिल्ली बैठक लग जाने के कारण 16।को पहुंच पाएंगे।
आज संपूर्ण दिवस आने वालों का स्वागत तो हम सब करते ही हैं।पहुंचते ही हमारे सुभाष पाटिल भाई मीनू दीदी से मार्गदर्शन लेकर रहने की व्यवस्था जुटा देते हैं। फिर वह समय पर जाकर स्वल्पाहार या भोजन अन्नपूर्णा भवन में जाकर लेकर संतुष्ट होते हैं। सभी प्रकार के कार्य सेवक भाव से किए जाते हैं। इस प्रकार यह मित्रमिलन वास्तव में सभी को स्नेह देने में सदैव सफल होता रहा है। उत्तरप्रदेश से कुसुम दीदी उर्मिला दीदी सर्वोदय आश्रम की बड़ी टीम लेकर आती रही हैं।इस बार अस्वस्थता के चलते शायद न आ पाएं। फिर भी राजेंद्र भाई पहुंच गए हैं। विनोबा सेवा आश्रम से छः बहने 12 को निकल रही थी लेकिन ट्रेन कैंसल हुई। कल उनमें से दो सीट हमारे चंद्रसेन भाई जी ने डी आर एम कोटे से कराई। लेकिन यह बहनें बस के चलते रास्ते में रह गईं।ट्रेन छूटी। और दूसरी ट्रेन स्पेशल में लखनऊ सिटी से चढ़ गईं ।लेकिन खड़े होने की जगह न मिलने पर अगले स्टेशन ऐशबाग में उतरना पड़ा। मैत्री आश्रम असम से चंपा बहन टीम लेकर जिस ट्रेन से निकलने वाली थी।वह ट्रेन भी निरस्त हुई। फिर किसी तरीके से निकलीं तो वह कल दोपहर तक पहुंचेगी। आज जो लोग पहुंच रहे हैं। उनमें प्रमुख रूप से इंदौर से पुष्पेंद्र भाई, दिल्ली से हमारे युवा मित्र हिमांशु कुमार, कानपुर से अवधेश भाई, आंधड़ गांव से खराबे गुरु जी की टीम, दुर्ग से सोनवानी जी , बस्तर से नरेंद्र हनी , भोपाल से आदरणीय आर के पालीवाल विदिशा से आदरणीय डा सुरेश गर्ग आदरणीय डा श्रीमती गर्ग , दिल्ली से हरिजन सेवक संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आदरणीय लक्ष्मी दास जी, रीता बहन , बीना बहन, आदरणीय आर एन वर्मा , एन बाई पी से जुड़े संजय राय जी शाम को नागपुर एयरपोर्ट पर उतरकर यहां पहुंचेंगे। इस बार के मित्र मिलन की चर्चा एवं सत्र संयोजक आदरणीय शीला दीदी है । जो इस समय सत्र या समूह चर्चा के आयोजन को राकेश भाई के साथ मिलकर अंतिम रूप देने में बहुत ही व्यस्त हैं। ज्योत्सना दीदी तो 9 तारीख से ही अन्नपूर्णा भवन की ओर निरंतर दिखाई पड़ रही हैं। यह थकने वाली व्यस्तता भी सभी को बहुत आनंद देती है । रामहरि।
-रमेश भइया
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