20 सितम्बर 2021
सेवाग्राम
आज गांधी आश्रम परिसर, सेवाग्राम के यात्री निवास में देश के 16 राज्यों के 160 युवा इकट्ठा हुए हैं। सर्व सेवा संघ के यूथ सेल द्वारा 20 से 24 सितंबर 2021 तक आयोजित इस तालीम- शिविर में शामिल सहभागी गांधी के रास्ते पर चलते हुए देश और दुनिया की समस्याओं का हल खोजेंगे। एक तरफ जब हिंसा, युद्ध, कट्टरता, आतंकवाद और धर्मांधता का माहौल है तो दूसरी तरफ शांति, अहिंसा, सादगी और मानवीय जरूरतों की पूर्ति का प्रयास तेज करने के लिए ये वापस जाकर देश के विभिन्न हिस्सों में चेतना जगायेंगे।
अंधराष्ट्रवाद के संकीर्ण माहौल में आज सुबह जय जगत के उद्घोष के साथ शिविर का प्रारंभ हुआ। शिविर का उद्घाटन करते हुए सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल ने कहा कि शिविर एक नए मनुष्य के निर्माण का माध्यम बनता है। उन्होंने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि मैं 1964 में पहली बार एक शिविर में शामिल हुआ था, जिसमें जयप्रकाश नारायण, दादा धर्माधिकारी, मनमोहन चौधरी और ठाकुरदास बंग जैसे मनीषी आए थे। मेरे शिविर में शामिल होने का मेरे मन पर इतना गहरा असर हुआ कि वह आज भी भूला नहीं है और उसने मेरे जीवन की एक निश्चित दिशा निर्धारित कर दी। उन्होंने कहा कि गांधी केवल दार्शनिक ही नहीं थे, बल्कि स्वयं आगे बढ़कर उदाहरण प्रस्तुत करने वाले व्यक्ति थे। बांग्ला मुक्ति- आंदोलन के समय लाखों शरणार्थी भारत आए थे। उन्होंने बताया कि उन कैंपों में हम सफाई करने जाते थे और टेंपरेरी शौचालय में हाथ से पाखाना साफ करते थे। चंदन पाल ने कहा कि ऐसे काम हमें मानवीय बनाते हैं, दूसरों के दुख-दर्द को समझने का सामर्थ्य देते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह शिविर आपके जीवन को नई दिशा प्रदान करने में सहायता करेगा ।
आज के शिविर में शामिल होने वालों में गौरांग महापात्र, शेख हुसैन, मुकुंद म्हस्के, सुरेश भाई, राम धीरज, अशोक भारत, बजरंग सोनावड़े, अविनाश काकडे तथा अरविंद अंजुम आदि प्रमुख हैं।