गांधी जी के लिए पत्रकारिता एक मिशन था, वे विज्ञापन करने में विश्वास नहीं रखते थे और जनता को अपने अखबार का पार्टनर समझते थे. मौजूदा दौर में जहाँ मीडिया सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करता हुआ दिखता है, वही गाँधी जी के लिए पत्रकारिता एकता और सांप्रदायिक सौहार्द का माध्यम थी. अखबार […]
जमात का स्वार्थ एक भयानक बात है। आज विज्ञान के कारण एक जमात, एक व्यक्ति के बराबर हो गयी है। कल ऐसा समय भी आयेगा कि पृथ्वी के लोगों को मंगल के लोगों की चिंता करना पड़ेगी और मंगल के लोगों को पृथ्वी के लोगों की। एक-एक जमात, एक-एक पंथ, […]
आने वाला तंत्रज्ञान सिर्फ आर्थिक सवाल नहीं पैदा कर रहा है, वह पूरी संस्कृति, सभ्यता तथा कुटुम्ब व्यवस्था बदल रहा है। उसका असर नाट्य, शिल्प, चित्र और भाषा जैसे अभिव्यक्ति के सभी माध्यमों पर होने वाला है। मानव से श्रम और बुद्धि छीनकर उसे सिर्फ उपभोक्ता बनाने का विचार रखकर […]
पहले जब यह उद्योग आयात और मशीन से बचा हुआ था, तो इसमें कॉटेज उद्योग के चरित्र थे, ह्यूमन इंटेंसिविटी ज्यादा थी, तब विकेंद्रीकरण था और अब बड़ी बड़ी पूंजी है, औटोमेशन है, मार्केटिंग के एक से एक इंतजामात हैं। पहले जब यह उद्योग अनऑर्गनाइज्ड था, तब सरकार की जीएसटी, […]
सरकार ने जो गाइडलाइन प्रस्तावित की है, उसमें व्यवस्था है कि ऐसे मामलों में कार्रवाई से पहले पुलिस अधीक्षक स्तर का एक अधिकारी मामले की जांच कर ले कि वास्तव में राजद्रोह का मामला बनता है या नहीं. लेकिन यह व्यावहारिक रूप में निरर्थक है. पुलिस अधीक्षक तो उसी सरकार […]
28 सालों से चल रह है सत्याग्रह केन्द्रीय जनसंघर्ष समिति पिछले 28 सालों से नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज, टूडरमा डैम व पलामू व्याघ्र परियोजना से संभावित विस्थापन के खिलाफ चल रहे आन्दोलन का नेतृत्व कर रही है। एकीकृत बिहार के समय 1954 में मैनूवर्स फील्ड फायरिंग आर्टिलरी प्रैटिक्स एक्ट-1938 […]
पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल और राजनयिक गोपालकृष्ण गांधी ने कहा है कि जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, तो किसी को सांप्रदायिक नफरत का जहर फैलते हुए नहीं देखना चाहिए. उन्होंने एचवाई स्मारक व्याख्यान देते हुए यह टिप्पणी की। व्याख्यान का विषय था ‘कैदी संख्या 8677: […]
राजघाट, नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय में बनी चरखा गैलरी का 26 अप्रैल को नये सिरे से पुनर्निर्माण किया गया. गैलरी का उद्घाटन करते हुए यूनाइटेड नेशन हाई कमिश्नर फॉर रिफ्यूजीज़ (यूएनएचसीआर) के सहायक उच्चायुक्त गिलियन ट्रिग्स ने कहा कि आज राष्ट्रीय गाँधी संग्रहालय में आकर मैं खुद को […]
दुनिया भर में कुल बिजली उत्पादन में पवन और सौर ऊर्जा का हिस्सा दस फीसदी से ज़्यादा, 2015 के बाद से हुआ दोगुना हाल ही में जारी हुई एक रिपोर्ट से पता चलता है कि दुनिया के कुल बिजली उत्पादन में विंड और सोलर एनर्जी अब कम से कम 10 […]
आज देश अत्यंत संकट के दौर से गुजर रहा है। हमारे देश में पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने वाली नीतियां लागू होने के कारण बेरोजगारी, महंगाई और गरीबी तेजी से बढ़ रही है। चुनावी राजनीति के कारण सांप्रदायिकता, जातिवाद और क्षेत्रवाद को बढावा मिलने से देश की एकता खतरे में है। […]