लेखक के रूप में नेहरू की विचार सम्पदा अत्यन्त मूल्यवान् है। व्यस्त जीवन में इतना अध्ययन और प्रभूत लेखन विस्मयकारी है। आत्मकथा, भारत की खोज, तथा विश्व इतिहास की झलक जैसी श्रेष्ठ कृतियों के अतिरिक्त उन्होंने स्फुट लेखों के रूप में विपुल साहित्य की रचना की है। शिक्षा, साहित्य, भाषा, […]
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अफ़ग़ानिस्तान में हामिद करजाई और अब्दुल्ला अब्दुल्ला जैसे नेताओं से पहले वार्ता और उसके बाद उन्हें नज़रबंद करने का वाक़या यह सवाल उठाता है कि उस देश में किसी सर्वसमावेशी सरकार का गठन कैसे संभव होगा, जहां किसी भी सभा में किसी की उपस्थिति या अनुपस्थिति इस बात से तय […]
सर्वोदय आन्दोलन ने इस देश को अनेक महान विभूतियाँ दी हैं। ऐसी ही एक महान विभूति मेरठ में कृष्ण कुमार खन्ना जी हैं। कृष्ण कुमार एक ऐसे अनथक योद्धा हैं, जो देश की आजादी के लिए जेल गये, वहीं जब देश में लोकतंत्र पर संकट के बादल मंडराये तो आपातकाल […]
आज आपको चंपारण के ऐसे अद्भुत गांव की कहानी सुनाता हूं, जहां के लोग आज तक कभी किसी कोर्ट या पुलिस थाने नहीं गये। यह अपने आप में केसा अनोखा प्रतिमान है कि इस गाँव के लोग कभी किसी मुक़दमे के चक्कर में पड़े ही नहीं। ऐसा नही है कि […]
सीआरपीएफ, एसएसएफ, पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स जैसे कई अर्धसैनिक बलों सहित भारत में लगभग 42 लाख कार्यरत सैनिक हैं। जो बाहरी दुश्मनों के साथ साथ आंतरिक स्तर पर भी देश में शांति बनाए रखने का कर्तव्य निभा रहे हैं। सेना, पुलिस के बावजूद भी… इसके अलावा, हर प्रदेश में […]
तमिल भाषा में बनी लीना मनीमेकलाई की फिल्म ‘मदाथी : द अनफेयरी टेल’ को देखकर यह यकीन करना मुश्किल है कि भारत में एक मानव-जाति ऐसी भी है, जिसे दिन में घर से बाहर निकलना मना है। यह फिल्म इसी जाति की एक युवा होती लड़की योसाना पर केन्द्रित है […]
14 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अखंड भारत के विखंडित होने का दिवस मनाने की घोषणा की और 15 अगस्त को लाल किले से राष्ट्र के नाम संदेश में भी उन्होंने इसे दोहराया। मुझे आश्चर्य हुआ कि प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने प्रथम पंद्रह अगस्त के संबोधन में 125 […]
मशहूर फिल्म अभिनेता और संस्कृतिकर्मी बलराज साहनी, 1972 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में आमंत्रित थे। समारोह में उपस्थित विद्यार्थियों, शोधार्थियों, शिक्षकों और शिक्षाविदों के सामने अपने संबोधन में उन्होंने जो विचार रखे, प्रस्तुत आलेख उसकी अविकल प्रस्तुति है। कला, साहित्य और संस्कृति के आइने में उन्होंने उस […]
कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर ने भारत को एकदम तबाह कर दिया है. इस दौरान हर किसी ने दर्द, विपत्ति और पीड़ा की कहानियां देखी-सुनी हैं. ऐसे आंकड़े भी हैं, जो इन कहानियों से जुड़े हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कोविड के कारण करीब तीन लाख मौतें हुई. द इकोनॉमिस्ट […]
मैं पहली बार 1979 में अहमदाबाद गया था और उसके बाद के दशक में पेशेवर और व्यक्तिगत, दोनों कारणों से मेरा अक्सर वहां जाना हुआ। उसके बाद मैंने गांधी पर शोध शुरू किया और इस शहर से मेरा लगाव और गहरा हो गया। 2002 के भीषण दंगों के बाद उसी […]