अगस्त 2021 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने फैसला किया कि साबरमती आश्रम को ‘दुनिया में गांधी का सबसे महत्वपूर्ण स्मारक’ बनाने के लिए 1200 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। इसके लिए आश्रम के दलित निवासियों को मुआवजे की पेशकश की गई, उनके सामने एक फ्लैट या […]
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स्वास्थ्य जिन पांच तत्वों से जगत की रचना हुई, उन्हीं पांच तत्वों से शरीर की भी रचना हुई। इन पांच तत्वों के अंश ही जीवनी-शक्ति के रूप में शरीर में निवास करके इसे कार्यशील रखते हैं। पढ़ें, वे क्रियाविधियां, जिनके जरिये हम अपने शरीर में इन तत्वों का संतुलन बनाये […]
यीशु-वाणी विनोबा ने गीता, भागवत, धम्मपद, जपुजी, कुरआन आदि अनेक धर्मग्रंथों के नवनीत लिखे हैं। इसके पीछे उनका मन्तव्य दिलों को जोड़ने का रहा है। ख्रिस्त धर्म सार इसी योजना की अगली कड़ी है। इसमें विनोबा ने न्यू टेस्टामेंट का सार सर्वस्व लिखा है। प्रस्तुत है अगली कड़ी। प्रस्थान- जब […]
प्रो अरुण कुमार जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में प्रोफ़ेसर रहे हैं और देश के जाने-माने अर्थशास्त्री हैं। उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था, उसकी समस्याओं और उनके समाधान पर ‘द ब्लैक इकोनॉमी इन इंडिया’, ‘डिमोनिटाइजेशन एंड द ब्लैक इकोनॉमी’, ‘ग्राउंड स्कोर्चिंग टैक्स’ और ‘इंडियन इकोनॉमीज ग्रेटेस्ट क्राइसिस (इंपैक्ट ऑफ कोरोना वायरस एंड […]
सांप्रदायिक सद्भाव और सौहार्द्र को लिखना और जीना दो अलग अलग पहलू हैं, ऐसा होना नहीं चाहिए पर ऐसा ही है। ऐसा साहित्य पूरी दुनिया में रचा जा रहा है, जिसके सहारे हम कई बार इंसानियत को महसूस करते हैं और उसे जी पाने का अभ्यास करते हैं। इंसानियत वह […]
पाठक का पत्र सर्वोदय जगत के 16-31 मार्च अंक-15 में प्रकाशित, सेवाग्राम में आयोजित सर्वोदय सम्मेलन की रिपोर्ट सम्पूर्ण और बेहतरीन आई है। वक्ताओं के विचारों की कड़ियाँ, देश और व्यक्ति के वर्तमान की झलकियाँ प्रस्तुत करती हैं, जो हमें देखने और सोचने के लिए जगत-जीवन का परिपूर्ण चित्र उपस्थित […]
हाइड्रोलॉजिस्ट्स और संरक्षणवादियों का कहना है कि अर्जेंटीना में लीथियम खनन अपने क्षेत्र के नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र को रेगिस्तान में बदलने के लिए तैयार है। उच्च एंडीज के स्वदेशी लोगों का आरोप है कि उनके आस-पास का पानी, जिस पर वे घरेलू उपयोग के लिए भरोसा करते हैं, चरागाहों को […]
भारत का संविधान : महत्वपूर्ण तथ्य और तर्क यह किताब संविधान की पृष्ठभूमि और इसके निर्माण की प्रक्रिया को समझने के लिए हिंदी में एक जरूरी दस्तावेज की तरह है, जो महत्वपूर्ण तथ्यों के साथ-साथ संविधान के वजूद में आने के तर्कों को सटीकता के साथ प्रस्तुत करती है. सामाजिक […]
परिव्राजक यीशु की देशनाएं विनोबा ने गीता, भागवत, धम्मपद, जपुजी, कुरआन आदि अनेक धर्मग्रंथों के नवनीत लिखे हैं। इसके पीछे उनका मन्तव्य दिलों को जोड़ने का रहा है। ख्रिस्त धर्म सार इसी योजना की अगली कड़ी है। इसमें विनोबा ने न्यू टेस्टामेंट का सार सर्वस्व लिखा है। प्रस्तुत है अगली […]
रोग के लक्षण को दवा द्वारा दबा देना ही आज का औषधोपचार है। शरीर में बार-बार दवा के प्रयोग से रोग व्याधियों का मंदिर बन जाता है और सारे रोग एक साथ मिलकर असाध्य बन जाते हैं। प्राकृतिक चिकित्सा दर्शन में मन, शरीर, आत्मा का घनिष्ठ संबंध माना गया है। […]