स्वास्थ्य डायबिटीज, जिसे सामान्यतः मधुमेह कहा जाता है, चयापचय संबंधी बीमारियों का एक समूह है, जिसमें लंबे समय तक रक्त में शर्करा का स्तर उच्च बना रहता है। उच्च रक्त शर्करा के लक्षणों में अक्सर पेशाब आना तथा प्यास और भूख में वृद्धि होती है। यदि अनुपचारित छोड़ दिया जाय, […]

साक्षात्कार क्लाइमेट चेंज; इन दो शब्दों ने दुनिया को डिस्टर्ब कर रखा है. हम दो तरह की बातें अक्सर सुनते हैं. एक तो ये कि इससे दुनिया को क्या क्या और कैसे कैसे खतरे हैं और दूसरा ये कि इन खतरों से निपटने के लिए दुनिया भर के राजनीतिज्ञ क्या […]

डॉ राममनोहर लोहिया यूँ तो नास्तिक थे, पर समाज के मन में समाये राम, कृष्ण और शिव के अनहद चरित्रों पर उन्होंने भी कलम चलाई है. इस अंक में उनके उस बहुचर्चित लेख के सम्पादित अंश भी हैं. रामनाम किस प्रकार जादुई इलाज करता है, बापू की कलम से उद्धृत इसकी विवेचना और […]

बाबा ने कहा कि अगर हमें भी वरदान मांगने का अवसर मिला होता, तो हम मांगते- मातृ मुखेन शिक्षणम अर्थात मां के मुख से मेरा शिक्षण हो। साबरमती आश्रम अजादी के आन्दोलन की गतिविधियों के प्रमुख केंद्र के रूप में जाना जाता है। आजादी से जुड़ी तमाम महान विभूतियाँ यहां रही […]

स्वास्थ्य अखबारों में पढ़ें या समाचार देखें तो आजकल लगभग हर किसी के दूर या करीब के रिश्तों में अचानक मरने की दुखद खबरें मिलने लगी हैं। अचानक हृदय रोग विशेषज्ञों के पास मरीजों की लाइन भी बढ़ने के खबरें हैं, जो सोचने को मजबूर कर रही हैं, एक भयावह […]

बंगलुरू की बाढ़ बढ़ते शहरीकरण के कारण हमारे शहर अधिक जोखिम में हैं, क्योंकि शहरों में मानव जीवन का नुकसान, संपत्ति की क्षति और आर्थिक नुकसान की मात्रा ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अधिक है। मुंबई, कोलकाता, बंगलुरु, दिल्ली और चेन्नई जैसे शहर लाखों लोगों के घर हैं और यहाँ […]

हज़ारों साल नर्गिस अपनी बेनूरी पे रोती है, बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदावर पैदा।– अल्लामा इक़बाल सिद्धांतों के बिना राजनीति, परिश्रम के बिना संपत्ति, अंतरात्‍मा के बिना आनंद, चरित्र के बिना ज्ञान, नैतिकता के बिना वाणिज्‍य, मानवता के बिना विज्ञान और त्‍याग के बिना पूजा को सप्तसामाजिक […]

सुधीर चन्द्र ने एक किताब लिखी थी- गांधी एक असम्भव संभावना. यह किताब गांधी के अंतिम दिनों का मार्मिक दस्तावेज है. लेकिन बात केवल अंतिम दिनों की नहीं, आज हम गांधी की जिन्दगी से जुड़े सबसे मुश्किल सवालों पर चर्चा करेंगे. क्या गांधी ने अपने जीवन के आखिरी दिनों में […]

ये ‘गुजरात माॅडल’ है! आज ही खबर छपी है कि जमशेदपुर, झारखंड की एक अदालत ने जेल के अंदर हुई एक हत्या के 15 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है. कुछ को दस साल कैद की सजा मिली है. निजी तौर पर मैं मृत्युदंड का विरोधी हूं, मगर यह […]

विश्व के लगभग हर कोने में दही का सेवन अनेक रूपों में किया जाता है। रूस के जार्जिया एवं बुल्गारिया आदि के लोग आज भी दही के नियमित सेवन के कारण एक सौ वर्ष से ज्यादा उम्र को पार कर जाते हैं। वैज्ञानिकों ने यह सिद्ध कर दिया है कि […]

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