जवाहर भवन में शांति और सद्भावना सम्मेलन खुदाई खिदमतगार और हम सब सहमत इत्यादि संस्थाओं द्वारा 25 जुलाई को दिल्ली स्थित जवाहर भवन में एक दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. गांधी जी की पौत्री तारा गांधी भट्टाचार्य, रैमन मैग्सेसे अवार्डी सामाजिक कार्यकर्ता संदीप पांडेय, गांधीवादी विचारक रमेश शर्मा तथा […]
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अभिव्यक्ति की आजादी पर संकट अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता लोकतंत्र की पहली सीढ़ी है। यदि इस सीढ़ी को ही ढहा दिया जाए तो स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की मंजिल का सफर दुरूह हो जाएगा। पिछले कुछ वर्षों से इस देश में बोलने की आजादी को प्रशासनिक महकमों और सत्ता संस्थानों द्वारा […]
सर्वधर्म समभाव के पीछे जो सभी जीवों को अपना लेने का भाव है, वह हमें सभी मनुष्यों की समानता से आगे सभी जीवों की एकता तक ले जाता है। वास्तव में प्रकृति की एकता का जो आध्यात्मिक मूल्य और वैज्ञानिक अनुसंधान है, उसी में से मनुष्य समाज के लिए सर्वधर्म […]
बाबा ने सभी से कहा कि आपने बहुत शौर्य दिखाया, अब अक्ल भी दिखानी चाहिए। यह काम मानव को करना ही न पड़े, यह अक्ल अब सूझनी चाहिए। सबको मिलकर इसका उपाय ढूंढना चाहिए कि मेहतर को भी यह काम न करना पड़े, तभी भंगीमुक्ति का कार्य हो सकेगा। बाबा […]
गंगोत्री घाटी के कोपांग में आईटीबीपी चौकी के समीप यह एक ऐसा अद्भुत और अलौकिक वृक्ष है, जो एक ही वृक्ष में देवदार के बीस विशाल वृक्ष समेटे हुए है। जमीन से ऊपर उठता हुआ मुख्य तना और उसके ऊपर से निकलती इसकी बीस शाखाएं, जो बीस की बीस अपने […]
भवानी शंकर कुसुम द्वारा किये गये प्रयासों और उत्कृष्ट कार्यों के लिए 12 मई 2022 को यूएनसीसीडी कॉप-15 द्वारा आबिदजान, अफ्रीका में उन्हें आधिकारिक रूप से श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। सम्मेलन में 158 देशों से स्वैच्छिक संगठनों तथा सरकारी विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। ग्राम भारती समिति के सदस्य और […]
डॉ बनवारी लाल शर्मा के बारे में सुनकर यह यकीन नहीं होता है कि बीते दशक में कोई ऐसा मनुष्य भी था। उपनिवेशवाद से संघर्ष के पश्चात भारत को स्वतंत्रता मिली। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश आत्मनिर्भरता की राह पर चला। पर 80 के दशक में वैश्विक पूंजीवाद के दबाव […]
आयुर्वेद के अनुसार त्रिफला का नियमित सेवन करने से कायाकल्प हो जाता है। मनुष्य अपने शरीर का कायाकल्प कर सालों साल तक निरोग रह सकता है। एक वर्ष तक नियमित सेवन करने से शरीर चुस्त होता है। दो वर्ष तक नियमित सेवन करने से शरीर निरोगी हो जाता है। तीन […]
हिमालय एक भूकंप-प्रवण क्षेत्र है। यहां तक कि कम क्रम वाला भूकंप भी इस क्षेत्र के कई हिस्सों में भीषण आपदा को जन्म दे सकता है। भारत, नेपाल और भूटान में हिमालय की 273 जलविद्युत परियोजनाओं में से लगभग एक चौथाई में भूकंप और भूस्खलन से गंभीर क्षति होने की […]
सत्य का प्रयोग रवीन्द्र सिंह चौहान की लिखी यह कहानी एक वास्तविक घटना है, जब रेलवे के जिम्मेदार कर्मचारियों/अधिकारियों ने उनसे नाजायज़ तौर पर दस रूपये का जुरमाना वसूला था. इस अन्याय के खिलाफ चली लंबी लड़ाई में अंततः उनकी जीत हुई और रेल विभाग के नई दिल्ली स्थित धन […]