साने गुरुजी की कर्मभूमि में सेवाग्राम साबरमती संदेश यात्रा का भव्य स्वागत


सेवाग्राम से साबरमती संदेश यात्रा का आज यहां साने गुरुजी की कर्मभूमि में भव्य स्वागत किया गया और संगोष्ठी का आयोजित की गई । इसके पूर्व जलगांव में यात्रा का नागरिकों ने उत्साहपूर्वक स्वागत किया । इस अवसर पर हरिजन सेवक संघ द्वारा एक सभा का आयोजन किया  जिसमें नगर के प्रबुद्ध नागरिक, सर्वोदय कार्यकर्ता और युवा शामिल हुए। सभा को कुमार प्रशांत,  संजय सिंह , राजेंद्र सिंह,  आशा बोथरा और अशोक भारत आदि  ने संबोधित किया।

गांधी पीस फाउंडेशन के अध्यक्ष कुमार प्रशांत ने कहा आजादी की लड़ाई में  गांधी जी ने लोगों को निर्भय बनाया लेकिन आज लोग अपनी ही चुनी हुई सरकार से बोलने में  डरते हैं । यह यात्रा चाहती है कि लोग सच बोलें। हम  सरकार से भी कहना चाहते हैं  कि वह रास्ता बदले. संजय सिंह, सचिव,गांधी स्मारक निधि, दिल्ली ने कहा कि सरकार आधुनिककीकरण के नाम पर गुपचुप तरीके से आश्रम के स्टेटस में बदलाव करना चाहती है जो गलत है । इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है, यहां तक कि साबरमती में रहने वाले लोगों को भी अंधेरे में रखा गया है। सरकार के इस एजेंडे से साबरमती आश्रम की बुनियादी विशेषतायें समाप्त हो जाएगी जो चिंताजनक है।गांधी ने जिन मूल्यों पर आदर्श समाज रचना की कल्पना की थी उसे सरकार को समझना चाहिए।

अमलनेर पहुंचे यात्री


राजेंद्र सिंह ने कहा गांधी के आंखों में गरीबों के लिए पानी था।  सरकार उस पानी को सुखाना चाहती है।  गांधी की सरलता और  सादगी दुनिया भर के लोगों को आकर्षित करती है।  प्रेरणा स्रोत है  लोग उसके विचारों और आश्रमों से प्रेरणा लेने आते हैं। सरकार उस विरासत को नष्ट करना चाहती है । अशोक  भारत ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की धरोहर साबरमती आश्रम जो असंख्य लोगों के प्रेरणा स्थल है , को  केंद्र सरकार बदलना चाहती है ।  इससे दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति क्या होगी कि आज साबरमती आश्रम को बचाने के लिए हमें यात्रा पर निकलना पड़ रहा है।    इस यात्रा के माध्यम से हम लोगों से अपील करते हैं कि विरासत को बचाने और देश को एक बार फिर खड़ा करने के लिए मिलजुल कर आगे बढ़े ।  इस कार्यक्रम में गांधी रिसर्च फाउंडेशन के उदय महाजन , अश्विनी झाला,  गीता धर्मपाल आदि ने  अपने विचार रखे श्री शंभू पाटिल ने कार्यक्रम की प्रारंभ में प्रस्तावना रखी।

 यात्रा की शुरुआत सर्वधर्म प्रार्थना से हुई ।सुबह जलगांव रेलवे स्टेशन में बाबासाहेब आंबेडकर के मूर्ति के सामने श्रद्धांजलि अर्पण के पश्चात प्रभात फेरी करते हुए यात्रा जवाहरलाल नेहरू जी की मूर्ति तक पहुंची और उन्हें माल्यार्पण करने के बाद प्रभात फेरी गांधी उद्यान जलगांव पहुंची जहां जलगांव गांधी रिसर्च फाउंडेशन के उदय महाजन, हरिजन सेवक संघ के शम्भूपाटिल एवं स्थानिक सर्वोदय के कार्यकर्ताओं ने यात्रा का हार्दिक स्वागत किया । चर्चा के बाद नारे लगाते हुए यात्रा आगे बढ़ी  और पालदी पहुंची । पालदी में एक बैठक का आयोजन किया गया यहां के स्थानीय सर्वोदय के कार्यकर्ता बी डी पाटिल तथा नागरिकों ने यात्रा का भव्य स्वागत किया एवं पालदी में एक जनसभा का आयोजन किया गया ।
साने गुरुजी कर्मभूमि स्मारक प्रतिष्ठान अमलनेर में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया ,संगोष्ठी में सर्व सेवा संघ के मंत्री अरविंद कुशवाहा राष्ट्रीय युवा संगठन के भूपेश भूषण , कुमार प्रशांत एवं राजेंद्र सिंह राणा अपनी बात रखी । कार्यक्रम के संचालन दर्शना पवार ने किया । अमलनेर का यह केंद्र साने गुरुजी की कर्म स्थली है । साबरमती आश्रम में सरकार द्वारा परिवर्तन का जो प्रयास किया जा रहा है उसके विरुद्ध अमलनेर की जनता ने संकल्प पारित किया तथा यहां से एक युवा तोली 24 अक्टूबर को अहमदाबाद की साबरमती आश्रम पहुंचकर अपना संकल्प दोहराएंगी । दर्शना पवार, जितेंद्र सुनार ,अरविंद सराफ, रमेश दाने ने अमलनेर में  कार्यक्रम की संयोजन किया ।
 

जनता के साथ संवाद कार्यक्रम में कुमार प्रशांतजी, राजेन्द्र सिंह जी, आशा बोथरा जी, संजय सिंह जी, बिस्वजीत जी, अशोक भारत, अरविंद कुशसवाहा जी, सुगन बरट जी, अजमत खान, मनोज ठाकरे, भूपेश भूषण, मानस पटनायक, शिवकांत त्रिपाठी, सोभा बहन, सुरेश सर्वोदयी, सागर दास, दीपाली, मधु, शाहरुबि, यशवंत भाई, जगदीश कुमार, के एल साडिल्य, विनोद पगार आदि मुख्य हैं ।

Co Editor Sarvodaya Jagat

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