राष्ट्रपिता महात्मा गांधी आए दिन मंचों पर, फिल्मों और नाटकों में, किताबों, चित्रों और नोटों में खूब दिखाई पड़ते हैं, लेकिन वास्तविक जीवन में उनके विचारों को व्यवहार में लाने की कोशिश नहीं के बराबर ही दिखती है। हमने उनको प्रतिमा और पूजा पाठ तक सीमित कर दिया है। राजनेता […]

नर्मदा आन्दोलन के साथी जामसिंग नहीं रहे :मेधा पाटकर की श्रद्धांजलि जामसिंग भाई चले गये! अब उन्हें तत्काल बुलाना, किसी रैली, धरना या अधिकारियों से संवाद करने के लिए, असंभव हो गया है| जामसिंग भाई का सत्याग्रह उनके शब्द-शब्द में झलकता था, वैसे ही उनकी उपस्थिति में| वर्षों से एक […]

लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के प्रख्यात विद्वान प्रोफेसर हेराल्ड लास्की के प्रिय शिष्यों में रहे पंडित नेहरू ने अपने प्रथम उद्बोधन में ही हर भारतीय को नया सबेरा और नया विहान लाने का भरोसा दिया। नवस्वाधीन भारत में चारों तरफ़ भुखमरी, गरीबी, कुपोषण, अशिक्षा और गंदगी पसरी पड़ी थी, देश […]

सावन कुमार टाक नौनिहाल फ़िल्म बना रहे थे। इसके क्लाइमेक्स वाले गाने में नेहरू जी की अंतिम यात्रा के फुटेज इस्तेमाल हुए थे। गाना था कैफ़ी आज़मी साहब का लिखा हुआ ‘मेरी आवाज़ सुनो’…, जिसमें नेहरू जी की वसीयत नज़्म थी। ये गाना नेहरू जी को खिराजे अक़ीदत था। बक़ौल […]

नेहरू धर्म के वैज्ञानिक और स्वच्छ दृष्टिकोण के समर्थक थे। उनका मानना था कि भारत धर्मनिरपेक्ष राज्य है, न कि धर्महीन। सभी धर्मो का आदर करना और सभी को उनकी धार्मिक आस्था के लिए समान अवसर देना राज्य का कर्तव्य है। नेहरू जिस आजादी के समर्थक थे, जिन लोकतांत्रिक संस्थाओं […]

पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन भारत भर में सबसे पहले 1930 में मनाया गया, जब न तो देश स्वतंत्र हुआ था, न नेहरू देश के प्रधानमंत्री बने थे. 1930 में गांधीजी ने सत्याग्रह की घोषणा की थी। इसी वजह से अंग्रेजों ने नेहरू पर प्रतिबंध लगा दिया था कि ‘आप […]

गांधी और सावरकर के रिश्तों पर तुषार गांधी के साथ सर्वोदय जगत के अतिथि संपादक रामदत्त त्रिपाठी की एक दिलचस्प चर्चा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की बर्बर हत्या बीसवीं सदी की सर्वाधिक लोमहर्षक घटनाओं में से एक है। यह गांधी और बुद्ध के देश भारत में नहीं होना चाहिए था कि […]

गणेश शंकर विद्यार्थी की 132 वीं जयंती कार्यक्रम का आयोजन 26 अक्टूबर को ‘विद्यार्थी प्रतिमा’ फूलबाग में गांधी शांति प्रतिष्ठान केन्द्र के तत्वावधान में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में उपस्थित प्रबुद्धजनों ने कहा कि हमारे देश में गणेश शंकर विद्यार्थी के विचारों, संघर्ष की परंपरा में कमी आयी है। विद्यार्थी जी […]

प्रगतिशील सामाजिक कार्यकर्ता और  छपरा जिला अंतर्गत परसा थाना के सगुनी पंचायत की लोकप्रिय सरपंच बिंदु देवी की अवैध गिरफ्तारी के विरोध में लोकतांत्रिक जन पहल के बैनर तले डाकबंगला चौराहा पर प्रतिरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं।बिन्दु […]

जिस तेजी से खादी के स्वरुप में परिवर्तन आता जा रहा है, वह खादी को बाजार अभिमुख बनाता जा रहा है. इसमें खादी क्राफ्ट, जो हाथ से काती और बुनी जाती थी, गौण होती जा रही है. इसका दूर दराज के गांवों के उन गरीब व स्वावलंबी खादी के कार्यकर्ताओं […]

क्या हम आपकी कोई सहायता कर सकते है?