यह विशाल जनसमूह!! ये वोटर नहीं हैं, ये कार्यकर्ता और समर्थक नहीं हैं, ये मुग्ध श्रोता भी नहीं हैं। यह उन्मादित गर्वीलों का जमावड़ा नही है, यह दीन-हीन और आर्थिक-सामाजिक रूप से निचुड़ चुका राष्ट्र है। आजादी की बेला, बरसों का स्वप्न, खुली हवा में सांस औऱ ऊपर लहराता तिरंगा! […]

गुरदासपुर मिला तो भारत को कश्मीर से सड़क-संपर्क प्राप्त हो गया, इस कहानी में औपचारिक रूप से नेहरू तो क्या माउंटबेटन का भी सीधे-सीधे नाम लेना मुश्किल है। नोएल-बेकर हों, या पाकिस्तानी सत्ता-प्रतिष्ठान, माउंटबेटन पर पक्षपात का सीधा आरोप नहीं लगा सकते। अधिक से अधिक यही कर सकते हैं कि […]

नेहरू को जो गाली दे, उसे बिना कांटों वाला गुलाब देकर शर्मिंदा करें. यह देखकर हमारे महबूब नेता जवाहरलाल नेहरू मंद-मंद मुस्काएँगे। सरदार पटेल ने कहा था कि– “यह स्वाभाविक ही था कि स्वतंत्रता की अल्लसुबह के धुंधलके उजास में वे हमारे प्रकाशमान नेतृत्व बनें.” क्या आप जानते हैं सरदार […]

ज्यादातर आलोचकों को आज़ादी के पहले के नेहरू से कोई खास ऐतराज़ नहीं है। सबकी दिक़्क़त आज़ादी के बाद के नेहरू से है, क्योंकि यहाँ नेहरू अकेले हैं, गांधीजी और अन्य नेता नहीं हैं। इसलिए यहाँ बात सिर्फ इसी नेहरू की होती है। उस नेहरू की जिस पर आज़ादी की […]

देश बचाओ अभियान द्वारा स्थापित पीपुल्स कमीशन ऑन एम्प्लॉयमेंट एंड अनएम्प्लॉयमेंट (पीसीईयू) की रिपोर्ट यह रिपोर्ट बेरोज़गारी की समस्या पर एक आउटलाइन प्रस्तुत करती है और इसके कारणों, परिणामों और संभावित उपचारों के बारे में बात करती है। इसके अलावा यह रिपोर्ट नीतियों के विकास में अंतर्निहित ऐतिहासिक प्रक्रिया पर […]

सर्वोदय जगत का पिछला अंक (16-31 अक्टूबर 2022, वर्ष-46, अंक-5) लोकनायक जयप्रकाश नारायण पर केन्द्रित था. इस अंक के सम्पादकीय और जेपी से सम्बंधित कुछ लेखों को पढ़कर सुविज्ञ पाठकों में जोरदार बहस छिड़ी हुई है. लोग अपनी प्रतिक्रियाएं लगातार भेज रहे हैं. यहाँ ऐसी ही कुछ प्रतिक्रियाएं प्रकाशित की […]

धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति ने राजनीतिक दलों के लिए चुनाव जीतना आसान कर दिया है, इसलिए वे आम लोगों के पक्ष में व्यवस्था परिवर्तन की ज़रूरत नहीं महसूस करते. जो लोग व्यवस्था परिवर्तन की बात करते हैं, वे बिखरे हुए हैं. सर्वोदयवादी, गांधीवादी, जेपीवादी, लोहियावादी, अम्बेडकरवादी, समाजवादी और मार्क्सवादी आदि […]

सभी से प्रेम करना उनकी विशेषता रही है. 
सर्वोदय दर्शन के प्रति समर्पित उनकी निष्ठा ने उन्हें हमेशा अस्पृश्य कही जाने वाली जातियों के साथ रहने की प्रेरणा दी. इसके चलते उन्हें युवावस्था से ही सामाजिक बहिष्कार झेलना पड़ा. सेवा ग्राम आश्रम प्रतिष्ठान वर्धा की पहली महिला अध्यक्ष आशा बोथरा […]

सेवा ग्राम आश्रम प्रतिष्ठान की नयी अध्यक्ष आशा बोथरा का कहना है कि सेवाग्राम आश्रम की वैश्विक ख्याति के मद्देनजर इस स्थान से प्राप्त होने वाली ऊर्जा का सदुपयोग हमें समाज में घोले जा रहे नफरत के विष को शांत करने में करना है. सेवाग्राम की पुण्यभूमि उन सभी को […]

सेवाग्राम आश्रम प्रतिष्ठान के नये अध्यक्ष के तौर पर आशा बोथरा का सर्वसम्मति से चयन किया गया है। सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल ने आश्रम के संचालन समिति की बैठक में यह घोषणा की। उन्होंने 16 नवंबर को आश्रम की संचालन समिति की बैठक में नये अध्यक्ष के […]

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