जमीन पर बैठते हैं परिषदीय स्कूलों के बच्चे

आशा ट्रस्ट की तरफ से की गयी बच्चों के लिए टेबल बेंच की व्यवस्था

सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट द्वारा ‘एक देश समान शिक्षा’ अभियान के तहत सरकारी स्कूलों में संसाधन विकास कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम के तहत रजवारी संकुल के संविलियन विद्यालय ढकवां एवं कैथी द्वितीय की  सभी कक्षाओं के लगभग 280 बच्चों के बैठने के लिए टेबल बेंच की व्यवस्था सामाजिक संस्था ‘आशा ट्रस्ट’ द्वारा की गयी है. संस्था की तरफ से  दोनों विद्यालयों पर एक स्वास्थ्य किट भी उपलब्ध कराई गयी है, जिससे जरूरत पड़ने पर बच्चों के स्वास्थ की सामान्य जांच की जा सके. 

कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने किया. इस अवसर पर उन्होंने  कहा कि आशा संस्था का यह प्रयास अनुकरणीय और सराहनीय है. समाज के सक्षम लोगों को अपने क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों को समृद्ध और सुंदर बनाने के लिए आगे आना चाहिए. शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए हम सबको मिलकर प्रयास करना होगा, जिससे हमारी अगली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित हो. उन्होंने कहा कि शिक्षकों के साथ साथ अभिभावकों को भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा तभी हम इन बच्चों को एक जिम्मेदार नागरिक बना पायेंगे. 

आशा ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने इस मौके पर कहा कि संस्था द्वारा आराजी लाइन ब्लाक के 6 स्कूलों में 35 कम्प्यूटर उपलब्ध कराए गए हैं. साथ ही प्रशिक्षक भी नियुक्त किये गये हैं, जो बच्चों को कम्प्यूटर ज्ञान प्रदान कर रहे हैं. सरकारी प्राथमिक विद्यालयों के सुविधा सम्पन्न और सुंदर होने से बच्चों और उनके अभिभावकों में शिक्षा के प्रति उत्साह बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि रजवारी संकुल के सरैया, कुर्सियां और दुर्गवा के सभी बच्चों के लिए भी टेबल बेंच की व्यवस्था शीघ्र ही की जा रही है. इस अवसर पर  प्रदीप सिंह, सूरज पाण्डेय, रमेश प्रसाद, अरविन्द पाण्डेय, भूपेश चौबे, खंड शिक्षाधिकारी चोलापुर बृजेश कुमार राय, पुष्पा कुमारी, रामधारी राम, सुरेंद्र राम, जय प्रकाश आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे. 

Co Editor Sarvodaya Jagat

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

क्रांति के तरीकों में क्रांति और आश्रम व्यवस्था

Sat Oct 30 , 2021
गांधी जी ने अहिंसक क्रांति के कई आयामों को विकसित किया। उसमें एक महत्त्वपूर्ण आयाम क्रांति के तरीके में क्रांति का आयाम है। गांधी जी ने क्रांति के तरीकों में क्रांति लाने की जो पद्धति विकसित की, उसमें माध्यम में ही लक्ष्य पूर्ति की संभावना थी। अहिंसक क्रांति के लिए […]
क्या हम आपकी कोई सहायता कर सकते है?