वाराणसी में भारत की परिकल्पना विषयक संगोष्ठी जिस आइडिया ऑफ इंडिया का सपना आजादी के आंदोलन के दौरान परवान चढ़ा था, आज वह बर्बाद हो रहा है. मुल्क नफरत, गैर बराबरी और कारपोरेट फासीवाद की आग में झुलस रहा है. यदि समय रहते  स्वतन्त्रता, समता, बंधुता और इंसाफ पर आधारित […]

वाराणसी के ग्रामीणांचल में हरहुआ विकासखंड स्थित कोहांसी गाँव में 31 अक्टूबर को महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया गया. यह प्रतिमा जिले के पूर्व उप जिलाधिकारी (न्यायिक) मदन मोहन वर्मा द्वारा अबतक स्थापित की गयी गांधी जी की सातवीं प्रतिमा है. प्रतिमा का अनावरण करने के लिए मदन […]

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी विचार मंच पंचवाड़ा, राजस्थान के तत्वाधान में  30 अक्टूबर को प्रख्यात गांधीवादी विचारक व राष्ट्रीय सेवा योजना के संस्थापक डॉ एसएन सुब्बाराव को श्रद्धांजलि दी गई. मंच के संयोजक डॉ नरेश पटेल ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि डॉ सुब्बाराव ने देश के युवाओं का […]

रणजीत देसाई का वर्धा में निधन विनोबा जी के परम सहयोगी और परंधाम प्रकाशन के संस्थापक व संवर्धक रणजीत भाई देसाई का 28 अक्टूबर की सुबह वर्धा में निधन हो गया. वे 92 वर्ष के थे. रणजीत देसाई भूदान आन्दोलन के प्रारम्भ काल से ही विनोबा जी की टीम के […]

वयोवृद्ध सर्वोदय सेविका तथा स्वर्गीय मानसिंह रावत की धर्मपत्नी शशिप्रभा रावतको समाजसेवा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान  हेतु 31 अक्टूबर को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की  37 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर कोटद्वार के प्रेक्षागृह में आयोजित एक कार्यक्रम में सम्मानित किया गया. यह सम्मान कोटद्वार की महापौर हेमलता […]

सर्व सेवा संघ के महामंत्री गौरांग महापात्रा के नेतृत्व में ओडिशा के सर्वोदय कार्यकर्ताओं और कई अन्य संगठनों के एक प्रतिनिधिमंडल ने 30 अक्टूबर को ओड़िसा के राज्यपाल से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें  साबरमती सत्याग्रह आश्रम अहमदाबाद का पुनर्निर्माण […]

साधना केन्द्र : राजघाट, वाराणसी कलकत्ते से अमृतसर और उससे भी आगे पेशावर, पाकिस्तान तक जाने वाला देश के सबसे बड़े राजमार्ग, शेरशाह सूरी मार्ग या पुराने जीटी रोड पर चलते हुए जब आप चन्दौली जिले की सीमा 2 मिलती है दक्षिण से उत्तरवाहिनी होती हुई गंगा। काशी की नगर […]

सेवाग्राम से साबरमती तक जन जागरण यात्रा अपने देश में गांधी जी द्वारा स्थापित आश्रमों में साबरमती आश्रम का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। जानकारी मिली है कि केंद्र सरकार साबरमती आश्रम परिसर की स्वरूप में तब्दीली करना चाहती है, जो गांधी विचारधारा और विरासत पर सीधा आघात है । सरकार […]

महात्मा ने अपने जीवन में फिनिक्स, टॉल्सटॉय, कोचरब से लेकर साबरमती और सेवाग्राम तक कई आश्रम बनाए। ये आश्रम उदात्त मानवीय मूल्यों- सत्य, अहिंसा, प्रेम, स्वावलंबन, खादी, छुआछूत निवारण, संपत्ति-विसर्जन और सादगी के प्रयोग स्थल रहे हैं। इन मूल्यों से वास्ता रखने वाले और न रखने वाले, सभी यहां आकर […]

गांधी जी ने अहिंसक क्रांति के कई आयामों को विकसित किया। उसमें एक महत्त्वपूर्ण आयाम क्रांति के तरीके में क्रांति का आयाम है। गांधी जी ने क्रांति के तरीकों में क्रांति लाने की जो पद्धति विकसित की, उसमें माध्यम में ही लक्ष्य पूर्ति की संभावना थी। अहिंसक क्रांति के लिए […]

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