सर्व सेवा संघ के महामंत्री गौरांग महापात्रा के नेतृत्व में ओडिशा के सर्वोदय कार्यकर्ताओं और कई अन्य संगठनों के एक प्रतिनिधिमंडल ने 30 अक्टूबर को ओड़िसा के राज्यपाल से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें साबरमती सत्याग्रह आश्रम अहमदाबाद का पुनर्निर्माण बंद करने की माँग की गयी है.
इस प्रतिनिधिमंडल में ओड़िसा नागरिक मंच के अध्यक्ष, गांधीवादी युवा संगठन के सलाहकार और सर्व सेवा संघ के गांधी तत्व प्रचार समिति के सदस्य प्रोफेसर डॉ भगवान प्रकाश तथा राज्य समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष रवि बेहेरा शामिल थे।
ज्ञापन में कहा गया है कि साबरमती सत्याग्रह आश्रम के पुनर्निर्माण को हर हाल में बंद किया जाय और इसके लिए निर्धारित बारह सौ करोड़ रुपए की राशि शांति, अहिंसा और शिक्षा के साथ ही रिसर्च पर खर्च की जाए, जिससे आम आदमी का हित हो और लोगों को प्रेरणा मिले.
यदि गांधी जी जिंदा होते, तो क्या वे सरकारी अनुदान से साबरमती के पुनर्निर्माण को मंजूरी देते? साउथ अफ़्रीका और भारत में गांधी जी के बनाये जितने आश्रम हैं, सब जनता के दान से चल रहे हैं. गांधी जी के आश्रम हमारी राष्ट्रीय धरोहर हैं और हृदयकुंज भारत की आत्मा है. इसको होटल बनाना गाँधीजनों को हरगिज़ मंजूर नहीं है।
राज्यपाल ने ज्ञापन पढ़ने के बाद कहा कि साबरमती आश्रम में कोई फेरबदल नहीं होना चाहिए. राज्यपाल ने कहा कि यह ज्ञापन राजभवन की तरफ से केंद्र सरकार को भेज दिया जायेगा।
-गौरांग महापात्रा