युवाओं के प्रेरणास्रोत, पद्मश्री विचारक और वरिष्ठ गांधीवादी डॉक्टर एसएन सुब्बाराव का 27 अक्टूबर को जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में हृदय गति रुकने के कारण 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। 13 वर्ष की अवस्था में राष्ट्रीय आंदोलन में शामिल होकर उन्होंने आंदोलन को मजबूत करने में अपनी भूमिका निभाई तथा बाद में मुरैना, मध्य प्रदेश में चंबल के बागियों के बीच शांति सद्भाव के लिए कार्य किए. उन्होंने चम्पारण में गांधी जी के विचारों को जन जन तक पहुंचाने के लिए युवाओं को प्रेरित किया, साथ ही गांधी जी की चम्पारण यात्रा के शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह एवं सर्व सेवा संघ के अधिवेशन में अपनी उपस्थिति दर्ज की थी। उक्त बातें पूर्वी चम्पारण जिला सर्वोदय मंडल द्वारा गांधी संग्रहालय में आयोजित शोकसभा के अवसर पर बैठक की अध्यक्षता करते हुए ब्रजकिशोर सिंह ने कही. उन्होंने कहा कि भाई जी का जाना देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है, इसकी भरपाई नहीं की जा सकती. भाई जी देश ही नहीं, दुनिया भर में गांधी जी के विचारों का प्रचार प्रसार करते थे. शोकसभा में भाई जी की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई. श्रद्धांजलि देने वालों में गांधी संग्रहालय के सचिव पूर्व मंत्री ब्रजकिशोर सिंह, सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष राय सुंदर देव शर्मा, सर्वोदय मंडल के मंत्री विनय कुमार, राज गुरु, शशि कला, आकाश कुमार तिवारी, आलोक कुमार, अमन कुमार राज और विवेक तिवारी के नाम प्रमुख हैं.
-विनय कुमार